टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन रात्रि में भी जारी है। ITBP, Army, NDRF, SDRF एवं पुलिस के जवान मौके पर मुस्तैद हैं। दिन-रात अभियान चल रहा है पर रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा भी आ रही है। #Chamoli आपदा में जिन लोगों के परिचित लापता हैं वे नीलेश आनन्द भरणे, DIG से मोबाइल नम्बर +91 7500016666 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
उत्तराखंड के चमोली में आई आपदा में अब भी 174 लोगों की कोई खबर नहीं मिली है। दिन-रात बचाव अभियान चल रहा है। बीती रात तपोवन सुरंग में ड्रोन भी भेजा गया और अंदर की तस्वीरें जांच कर अभियान बढ़ाया गया। सुरंग में पानी, गाद और मलबा आने के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही है। बुधवार सुबह तक की रिपोर्ट के मुताबिक 32 लोगों की मौत हो चुकी है। तपोवन सुरंग में फंसे करीब 30 लोगों को बाहर निकालने के लिए युद्ध स्तर पर ऑपरेशन चल रहा है। सेना, आईटीबीपी और अन्य एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं।
#WATCH: A joint team of ITBP, NDRF, SDRF & other sister agencies entered into the tunnel (being cleared off debris). Drone camera used to see the feasibility to enter beyond the cleared site inside the tunnel. Machines back on the job of clearing the slush: ITBP
(Source: ITBP) pic.twitter.com/akaqkD1sUB
— ANI (@ANI) February 9, 2021
आईटीबीपी के उस ड्रोन वीडियो से पता चलता है कि टनल में जलस्तर बढ़ गया है जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन करना आसान नहीं है। लापता लोगों की तलाश के लिए ड्रोन के साथ-साथ लेजर इमेजिंग का इस्तेमाल किया जा रहा है लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।
#Chamoli में आयी प्राकृतिक आपदा में जिन लोगों के परिचित लापता हैं वे श्री नीलेश आनन्द भरणे, DIG Sir से मोबाइल नम्बर +91 7500016666 पर सम्पर्क कर सकते हैं। उन्हें व्हाट्स एप के माध्यम से अज्ञात शवों की तस्वीरें भेजी जाएगी। आप उन तस्वीरों के माध्यम से उनकी शिनाख्त कर सकते हैं। pic.twitter.com/KAraDLKNfy
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) February 9, 2021
बताया जा रहा है कि बचाव दल सुरंग में करीब 130 मीटर अंदर तक पहुंच गया है लेकिन आगे मलबे का ढेर है और अभी करीब 50 से 70 मीटर अंदर जाने के बाद लोगों के फंसे होने की आशंका है। गुजरते पल के साथ घरवालों की चिंता बढ़ गई है। लोग इस उम्मीद में हैं कि जल्द ही कोई अच्छी खबर मिलेगी लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा आने से घबराहट बढ़ती जा रही है।
चमोली आपदा में प्रभावित सीमांत गांव रैणी और लाता जाकर वहां की स्थिति का जायजा लिया। इस अवसर पर ग्रामीणों के बीच पहुंचकर उनका हाल-चाल जाना। ग्रामीणों का आत्मीयता पूर्ण व्यवहार मन को छू गया। pic.twitter.com/PX3NTy0hCU
— Trivendra Singh Rawat ( मोदी का परिवार) (@tsrawatbjp) February 9, 2021
उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन विभाग के पीयूश रौतेल ने बताया है कि हम जानते हैं कि सुरंग 2.5 किमी लंबी है और 30-35 लोग अंदर फंसे हैं। एसडीआरएफ, पुलिस, आईटीबीपी, सेना और नेवी के जवान मलबा हटाने के लिए काम कर रहे हैं। पुल के बहने के बाद 12-13 गांवों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। ऐसे में उनके लिए राशन, पानी, बिजली आदि का प्रबंध किया जा रहा है। जल्द ही हम अस्थायी पुल भी बना लेंगे।
डीजीपी उत्तराखंड ने क्या कहा
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में ज्यादा प्रगति नहीं हो पा रही है। हमें 32 शव मिले हैं, 8 की पहचान हो गई, 24 शवों की पहचान होनी बाकी है। रेस्क्यू टीम ने 2 उत्तराखंड पुलिस के जवानों के शव भी बरामद किए हैं। अभी हम यह पुष्टि नहीं कर सकते हैं कि लापता और मृतकों की संख्या कितनी है। यह 192 और 204 के बीच हो सकती है।
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सुरंग में फंसे लोगों को बचाने के लिए शुरू हुई ड्रिलिंग, पढ़िए कैसे जग रही उम्मीद की किरण - Hill-Mail | हिल-
February 11, 2021, 11:11 am[…] […]
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