बिहार में नालंदा के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने बताया कि भीषण तूफान से जिला भर में 23 लोगों की मृत्यु हुई है, जिसमें अधिकांश मौत वृक्ष एवं दीवार गिरने से हुई जबकि एक व्यक्ति की मृत्यु वज्रपात से हुई है। श्री शुभंकर ने शुक्रवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में 10 अप्रैल को प्राकृतिक आपदा भीषण तूफान के कारण जिले भर में हुई जान माल की क्षति से संबंधित जानकारियां साझा की। उन्होंने कहा कि सभी मृतकों का सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया है।
बिहार में नालंदा के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने बताया कि भीषण तूफान से जिला भर में 23 लोगों की मृत्यु हुई है, जिसमें अधिकांश मौत वृक्ष एवं दीवार गिरने से हुई जबकि एक व्यक्ति की मृत्यु वज्रपात से हुई है। श्री शुभंकर ने शुक्रवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में 10 अप्रैल को प्राकृतिक आपदा भीषण तूफान के कारण जिले भर में हुई जान माल की क्षति से संबंधित जानकारियां साझा की। उन्होंने कहा कि सभी मृतकों का सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया है।
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सभी मृतक के आश्रितों को अनुग्रह अनुदान की राशि उनके खाते में भेज दी गई है।उन्होंने बताया कि चिकित्सकों की विशेष टीम द्वारा चिन्हित घायलों का इलाज किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि भीषण आंधी के कारण मुख्य सडक़ों पर से गिरे हुए वृक्षों को हटाया गया है , मुख्य मार्गों को चालू कर दिया गया है , छोटे सडक़ मार्गों से भी गिरे पेड़ हटाने का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि विद्युत व्यवस्था को भी व्यापक नुकसान पहुंचा है।320 से ज्यादा पोल एवं ट्रांसफार्मर को नुकसान हुआ है। शहरी क्षेत्रों में विद्युत संपर्क चालू कर दिया गया है। विद्युत आपूर्ति का कार्य निरंतर प्रगति पर है कुछ जगहों पर विद्युत आपूर्ति के लिये जनरेटर की भी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। श्री शुभंकर ने बताया कि जिले भर में भीषण तूफान से हुई फसल क्षति एवं गृह क्षति का आकलन टीम के द्वारा तेजी से किया जा रहा है, जिससे प्रभावित लोगों को आपदा प्रबंधन के तहत नियमानुसार उनको लाभ दिया जा सके।उन्होंने बताया कि भीषण तूफान से पांच पशु यथा दो गायें एवं तीन भैंसों की मृत्यु हुई है। पोस्टमॉर्टम के बाद आश्रितों को आपदा प्रबंधन प्रावधानों के तहत मुआवजा प्रदान किया जाएगा।
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