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उत्तराखंड के लाल अपनी काबिलियत के बल पर उच्च पदों पर विराजमान हैं उनमें से एक नाम भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) पूर्व एडीजी मनोज सिंह रावत का भी है। वह आईटीबीपी से इस रैंक पर प्रोन्नति पाने वाले बल के पहले अधिकारी थे। 1986 बैच के आईटीबीपी कैडर के अधिकारी मनोज सिंह रावत के पास देश, विदेश में फील्ड और प्रशिक्षण का व्यापक अनुभव रहा है।
READ MOREनई दिल्ली में हिल मेल फाउंडेशन द्वारा आयोजित ’रैबार 2022 “विजन फॉर न्यू उत्तराखण्ड 2030“ वैचारिक मंथन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मनजीत नेगी द्वारा लिखित ’महायोद्धा की महागाथा’ पुस्तक का विमोचन किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, सांसद अनिल बलूनी, चीफ ऑफ डिफेंस जनरल अनिल चौहान, उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, डीजी इंडियन स्पेस एसोसिएशन लेफ्टिनेंट जनरल अनिल भट्ट और प्रसिद्ध गीतकार प्रसून जोशी, एडीएमए के सदस्य राजेंद्र सिंह, डॉ मनमोहन सिंह चौहान सहित कई शख्सियतों ने शिकरत की।
READ MOREआकाश एयर फोर्स मेस, नई दिल्ली में भारत के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि स्वरूप उनके व्यक्तित्व पर आधारित पुस्तक ‘महायोद्धा की महागाथा’ का लोकार्पण हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अजीत डोभाल राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एवं विशिष्ट अतिथि वाइस एडमिरल एस एन घोरमडे, एयर मार्शल संदीप सिंह और एयर मार्शल बी आर कृष्णा तथा जनरल रावत की सुपुत्री तारिणी रावत उपस्थित थे।
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क्रिकेट के लिए दीवाने भारत में हॉकी क्यों दिल में बसती है, ये VIDEO एक बार देख लें…
अब भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए विश्व चैंपियन बेल्जियम को हराना होगा। अगर भारत ऐसा करता है तो 1980 के बाद पहली बार फाइनल में पहुंचेगा। 1980 में भारत ने स्पेन को हराकर हॉकी में आठवां गोल्ड मेडल जीता था। भारतीय टीम के पास अपने सुनहरे इतिहास को दोहराने का यह शानदार अवसर है।
हॉकी में आठ बार गोल्ड मेडल जीतने वाला भारत कभी पदक के लिए तरसेगा, ये किसी ने नहीं सोचा था। ओलंपिक में पिछले चार दशक से हॉकी में भारत की झोली खाली है। रविवार को भारतीय टीम ने इतिहास रचते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई और हॉकी में ओलंपिक पदक का इंतजार कर रहे देश को एक नई उम्मीद जगा दी।
युवा खिलाड़ियों वाली भारत की पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को खेले गए क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ब्रिटेन को 3-1 से हराकर चार दशक बाद पहली बार टॉप-4 में जगह बनाई। 41 साल के अंतराल के बाद इस मुकाम में पहुंचने वाली भारतीय टीम के लिए दिलप्रीत सिंह ने सातवें, गुरजंत सिंह ने 16वें और हार्दिक सिंह ने 57वें मिनट में गोल किया। ब्रिटेन के लिए एकमात्र गोल सैमुएल वार्ड ने 45वें मिनट में किया।
फाइनल खेलने के लिए हराना होगा विश्व चैंपियन को
अब भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए विश्व चैंपियन बेल्जियम को हराना होगा। अगर भारत ऐसा करता है तो 1980 के बाद पहली बार फाइनल में पहुंचेगा। 1980 में भारत ने स्पेन को हराकर हॉकी में आठवां गोल्ड मेडल जीता था। भारतीय टीम के पास अपने सुनहरे इतिहास को दोहराने का यह शानदार अवसर है।
जब रोने लगे कमेंट्रेटर
भारत में भले ही लोग क्रिकेट के दीवाने हों लेकिन हॉकी अब भी दिल में बसती है। यही वजह है कि भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने का हाल सुना रहे कमेंट्रेटर भावुक होकर रोने लगे। ओलंपिक खेलों का प्रसारण सोनी नेटवर्क कर रहा है। अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी भाषा में भी इसकी लाइव कमेंट्री हो रही है। ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में सुनील तनेजा लाइव कमेंट्री कर रहे थे। उसके साथ सिद्धार्थ पांडे थे, जैसे ही मैच खत्म हुआ, दोनों कमेंटेटर्स भावुक हो गए। उनकी आंखों में आंसू थे, दोनों नम आंखों से ही मैच का हाल सुना रहे थे।
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