शीतकाल के लिए बंद हुए हेमकुंड साहिब और लक्ष्मण लोकपाल मंदिर के कपाट। इस वर्ष 1,83,722 श्रद्धालुओं ने की हेमकुंड साहिब की यात्रा।
श्री हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मन्दिर के कपाट 10 अक्टूबर को अपराह्न एक बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने के दौरान सैकड़ों सिख श्रद्वालुओं का जत्था अंतिम अरदास के साक्षी रहे। हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने की प्रक्रिया सुबह से प्रारम्भ हो गयी थी।
गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिह ने बताया कि प्रातः 10ः00 बजे सुखमणि साहिब पाठ और सबद कीर्तन के पश्चात साल की अन्तिम अरदास तथा गुरु ग्रंथ साहिब का हुक्मनामा पढने के बाद पंच प्यारों और सेना के इंजीनियर कोर की बैंड की अगुवाई में गुरु ग्रंथ साहिब को सतखंड लाया गया तत्पश्चात दोपहर 01.00 बजे गुरुद्वारा के कपाट बंद किए गए।
गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट द्वारा यात्रा को सुखमय ढंग से संपूर्ण सहयोग देकर सफल बनाने के लिए सभी संगतों, शासन-प्रशासन एवं स्थानीय लोगों का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद दिया गया।
हेमकुंड साहिब की यात्रा इस वर्ष 25 मई को प्रारंभ हुई थी और 10 अक्टूबर को समाप्त हो गई। इस वर्ष लगभग एक लाख चौरासी हजार श्रद्धालुओं ने श्री हेमकुंड यात्रा का सौभाग्य प्राप्त किया। इसके साथ ही हिंदुओं के पवित्र तीर्थ स्थल लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी पूरे विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए।
Leave a Comment
Your email address will not be published. Required fields are marked with *