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उत्तराखंड में चारधाम यात्रा बड़ी जोर शोर से चल रही है 21 मई तक 12 लाख 35 हजार से भी ज्यादा श्रद्धालु चारधाम यात्रा कर चुके हैं। इससे इस बात का पता चलता है कि इस बार चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है और इस बार चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का रिकार्ड टूट जायेगा। चारधाम यात्रा के दौरान एनडीएमए राज्य सरकार के साथ मिलकर किस प्रकार से काम कर रहा है और यात्रा के दौरान किन-किन बातों का ध्यान दिया जाना चाहिए इन्हीं विषयों को लेकर एनडीएमए के सदस्य राजेंद्र सिंह के साथ हिल-मेल के संपादक वाई एस बिष्ट ने खास बातचीत की। बातचीत के प्रमुख अंश इस प्रकार से हैं :-
READ MOREसुषमा रावत ने 1 जनवरी 2023 को ओएनजीसी के निदेशक अन्वेषण का पदभार संभाला। इससे पहले उन्हें 2020 में पूरे पूर्वोत्तर भारत में अन्वेषण पोर्टफोलियो की देखभाल के लिए असम और असम अराकान बेसिन, जोरहाट के बेसिन प्रबंधक के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने साल 1989 में स्नातक प्रशिक्षु के रूप में ओएनजीसी को ज्वाइन किया और उसके बाद उन्हें मद्रास में कावेरी बेसिन में एक कूप स्थल भूविज्ञानी के रूप में जिम्मेदारी दी गई। उनकी दूसरी पोस्टिंग देहरादून में हुई और फिर उसके बाद मुंबई में केरल-कोंकण बेसिन में कार्य किया।
READ MOREग्रीन स्कूल के संस्थापक वीरेंद्र रावत पिछले दिनों उत्तराखंड की अपनी निजी यात्रा पर थे। हमने उनसे देहरादून में शिक्षा के क्षेत्र में उनके द्वार किये जा रहे कार्यों पर बातचीत की, जिसमें उन्होंने कहा कि बिना जवाबदार शिक्षा व्यवस्था के जवाबदार राष्ट्र का निर्माण नहीं किया जा सकता।
READ MOREवीरान होते उत्तराखंड के गांवों को दोबारा गुलजार करने के लिए एक अनूठा और व्यावहारिक प्रयास चल रहा है। पहाड़ की खूबसूरती को बरकरार रखते हुए जैविक खेती की तरफ लोगों को मोड़ने का भागीरथ प्रयास शुरू किया है। मिट्टी का कटान रोकने और स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराने के साथ ये लोगों की थाली में रसायन मुक्त भोजन पहुंचाने की भी बड़ी पहल है। नवीन और उन्नत बीजों के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी के पूर्व सीएमडी विनोद कुमार गौड़ का कहना है कि उत्तराखंड की भौगोलिक संरचना और पलायन की गंभीर समस्या को देखते हुए इसकी महत्ता और भी बढ़ जाती है।
READ MOREमेरे परिवार का कोई भी व्यक्ति सेना में नहीं है, लेकिन इस महान भारतीय सेना का हिस्सा होने पर मैं अपने आपको बहुत भाग्यशाली समझता हूं और यह वास्तव में मेरा एक सपना था जो पूरा हुआ था। डेढ़ साल के प्रशिक्षण के बाद, भारतीय सेना की एक सर्वश्रेष्ठ रेजीमेंट, डोगरा रेजीमेंट की 7वीं बटालियन में कमीशन किया। अंत में 31 अगस्त 2021 में सेना मुख्यालय के आईएचक्यू से एडीजी टीए के पद से सेवानिवृत्त हुआ।
READ MOREउत्तराखंड के लोग चाहे वह किसी भी क्षेत्र में काम कर रहे हों उन्होंने अपनी मेहनत, लगन और ईमानदारी से एक अलग मुकाम हासिल किया है। उनमें से एक नाम मनोज बर्थवाल का है वह ओएनजीसी में 38 साल के कार्यकाल के बाद सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने 1984 में ओएनजीसी ज्वाइन की और जून 2022 में वह ओएनजीसी अकादमी प्रमुख व कार्यकारी निदेशक के पद से सेवानिवृत्त हुए।
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मैं समझता हूं कि एक फौजी कभी रियाटर नहीं होता। यही एक कारण है कि जो रैंक है, वो रैंक हमेशा हमारे साथ रहती है। मुझे लगता है कि मैं रियाटर नहीं हुआ हूं, एक फेज जरूर खत्म हुआ है सर्विस का लेकिन एक नया फेज शुरू हुआ है।
READ MOREअसम राइफल्स की स्थापना 1835 में हुई थी। 189 सालों से असम राइफल्स लगातार अपनी जिम्मेदारियों को पूरा कर रहा है। वर्तमान समय में असम राइफल्स की 26 बटालियनें उग्रवाद ग्रस्त इलाके में तथा 20 बटालियनें अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा के कार्य में तैनात हैं। लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा के पदभार संभालने के बाद उनसे उनकी प्राथमिकताओं और चुनौतियों को लेकर हिल मेल पत्रिका के संपादक वाई एस बिष्ट ने खास बातचीत की है। इस बातचीत के अंश इस प्रकार हैं –
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