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अल्मोड़ा से हल्द्वानी को जोड़ने वाला एनएच 109 क्वारब के पास लोगों के लिए खतरा बना हुआ है। लोग जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने को मजबूर है। वहीं केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा ने क्वारब में बंद मार्ग के संबंध में वैकल्पिक मार्ग तलाशने के लिए स्थलीय निरीक्षण किया।
READ MOREगैरसैंण के एतिहासिक गांव सारकोट पहुंच कर सीएम धामी ने सुनी जन समस्याएं, गांव के विकास के लिए की घोषणाएं।
READ MOREप्लास्टिक कूड़ा प्रबंधन, हमारे शहरी जीवन के सामने एक चुनौती बनकर उभर रहा है। ऐसे में ऋषिकेश नगर निगम ने प्लास्टिक कूड़े का प्रबंधन कर नगर निकायों के सामने उदाहरण पेश किया है। नगर निगम प्लास्टिक कूड़े को ना सिर्फ सफलता पूर्वक एकत्रित कर रहा है, बल्कि इसे रिसाइकिल के जरिए फिर कई तरह से इस्तेमाल भी कर रहा है।
READ MOREहिल-मेल कई साल से रैबार कार्यक्रम का आयोजन करता आ रहा है और अब इस बार रैबार कार्यक्रम में संवाद के अलावा उत्तराखंड के आर्गेनिक उत्पादों की प्रदर्शिनी भी लगाई गई। जिसमें लोगों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया।
READ MOREउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ख्याति लखनऊ से लेकर दिल्ली और देश विदेशों में फैल रही है। उनको एक कुशल प्रशासक के तौर पर जाना जाता है। उनके कार्यकाल के दौरान उत्तर प्रदेश में लॉ एवं आर्डर काफी अच्छा है और लोग अब अपने आपको सुरक्षित महसूस करते हैं।
READ MOREप्रवासियों उत्तराखंडियों को लेकर हिल-मेल समय-समय पर विचार गोष्ठियों का आयोजन करता रहता है जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों से जुडे़ लोग हिस्सा लेते हैं और देवभूमि के उत्थान को लेकर विचार विमर्श करते हैं। इसी सिलसिल में दिल्ली के अम्बेडकर सेंटर में छटा रैबार आयोजित किया गया जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।
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केदारघाटी में हुए उपचुनाव में भले ही बीजेपी यह सीट जीतने में कामयाब रही हो लेकिन केदारघाटी की जनता भाजपा एवं सरकार से खासी नाराज थी। केदारनाथ यात्रा को डायवर्ट करना, स्थानीय युवाओं को अतिक्रमण के नाम पर बेरोजगार करना केदारघाटी में मुख्य मुद्दा रहा। हालांकि, कांग्रेस ने इसे हर चुनावी सभा में जोर शोर से रखा। लेकिन वे इसे वोट में तब्दील नहीं कर पाए।
READ MOREएडीजी दीपम सेठ प्रतिनियुक्ति अवधि पूरे किए बगैर ही बीच में छोड़कर उत्तराखंड वापस लौट रहे हैं। उन्हें मूल कैडर में वापस भेजने के लिए गृह सचिव ने पत्र लिखा था, जिसके बाद सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) से रिलीव कर दिया गया।
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