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ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन से प्रभावित अगस्त्यमुनि ब्लाक के मरोड़ा गांव का जल्द ही विस्थापन किया जाएगा। प्रशासन को प्रभावितों के लिए मुआवजा वितरण के लिए 21 करोड़ की धनराशि प्राप्त हो चुकी है। एक सप्ताह बाद प्रभावित को मुआवजा वितरण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
READ MORE16 दिसंबर 1971 की ऐतिहासिक जीत की खुशी आज भी हर देशवासी के मन को उमंग से भर देती है. इसी दिन भारत ने पाकिस्तान के दांत खट्टे किए थे. 16 दिसंबर का दिन सैनिकों के शौर्य को सलाम करने का दिन है. ये वही तारीख़ है जब 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के लगभग 93000 जवानों ने भारत के सामने हथियार डाले थे. भारत की जीत के साथ ही नए देश बांग्लादेश का नवनिर्माण हुआ था.
READ MOREजब पूरा भारत ब्रिटिश सरकार के शासन से मुक्त होने की लड़ाई लड़ रहा था, उस सुमन इस बात की वकालत कर रहे थे कि टिहरी रियासत को गढ़वाल के राजा के शासन से मुक्त किया जाए । वह गांधी के बहुत बड़े प्रशंसक थे और उन्ही को आदर्श मान श्री देव सुमन ने टिहरी की स्वतंत्रता के लिए अहिंसा के रास्ते का इस्तेमाल किया ।
READ MOREमाता शक्तिपीठों के विषय मे सभी जानते है। माता सती के अंग जिस जिस स्थानों में पड़े वहां वहां शक्तिपीठों का निर्माण हुआ। ये शक्तिपीठ न केवल माता के अस्तित्व की कहानी बयां करते है बल्कि इन पीठो की मान्यता और शक्ति सदैव श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण भी करती है।
READ MORE“क्या है जंगल के उपकार- मिट्टी,पानी और बयार” हिमालय रक्षक- पर्यावरण के लिए अपना जीवन समर्पित करना इतना आसान नही है। लेकिन कुछ ऐसे लोग हमेशा हमारे दिलों में जरूर बसे रह जाते है जिन्होंने न सिर्फ पर्यावरण के लिए काम किया। बल्कि पर्यावरण सरंक्षण
READ MOREमहासू देवता से जो भी सच्चे दिल से कुछ मांगता है वह उसकी मुराद पूरी हो जाती है। महासू देवता के बारे में आज भी रहस्य है कि केवल मंदिर का पुजारी ही मंदिर में प्रवेश कर सकता है। मंदिर में हमेशा एक ज्योति जलती रहती है जो दशकों से जल रही है।
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ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन से प्रभावित अगस्त्यमुनि ब्लाक के मरोड़ा गांव का जल्द ही विस्थापन किया जाएगा। प्रशासन को प्रभावितों के लिए मुआवजा वितरण के लिए 21 करोड़ की धनराशि प्राप्त हो चुकी है। एक सप्ताह बाद प्रभावित को मुआवजा वितरण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
READ MORE16 दिसंबर 1971 की ऐतिहासिक जीत की खुशी आज भी हर देशवासी के मन को उमंग से भर देती है. इसी दिन भारत ने पाकिस्तान के दांत खट्टे किए थे. 16 दिसंबर का दिन सैनिकों के शौर्य को सलाम करने का दिन है. ये वही तारीख़ है जब 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के लगभग 93000 जवानों ने भारत के सामने हथियार डाले थे. भारत की जीत के साथ ही नए देश बांग्लादेश का नवनिर्माण हुआ था.
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