दुर्गा सिंह भंडारी देश के अनेकों प्रमुख विभागों सिक्योरिटी, इंटेलीजेंस, काउंटर इंटेलीजेंस, वीवीआईपी सिक्योरिटी और ट्रेनिंग आदि के विशेषज्ञ रहे हैं। देश के उच्च प्रमुख संस्थान ओएनजीसी के मौजूदा चेयरमैन और सीईओ अरुण कुमार सिंह सहित उक्त संस्थान के दस सीएमडी के साथ कार्य करने का अनुभव दुर्गा सिंह भंडारी का रहा है।
सी एम पपनैं
देश की सुरक्षा से जुड़े अनेकों प्रमुख विभागों में एक उच्च अधिकारी के तौर पर अपने कार्यों को निष्ठा, कर्मठता और ईमानदारी से निर्वाहित करने के साथ-साथ देश की राजधानी दिल्ली में उत्तराखंड के प्रवासियों द्वारा गठित अनेकों सामाजिक व सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड़ी संस्थाओं के सदा मददगार रहे दुर्गा सिंह भंडारी 31 मई 2024 को देश की सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ओएनजीसी से सेवानिवृत्त हो गए हैं। सेवानिवृत्ति के समय वह ओएनजीसी में चेयरमैन और सीईओ के आफिस में जनरल मैनेजर, एचआर के प्रतिष्ठित पद पर कार्यरत थे।
सेवानिवृत्ति के इस अवसर पर 1 जून की सायं राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित कोटा हाऊस में ओएनजीसी चेयरमैन और सीईओ अरुण कुमार सिंह, पूर्व सीएमडी शशि शंकर, डायरेक्टर प्रोडक्शन पंकज कुमार, डायरेक्टर एक्सप्लोरेशन सुषमा रावत, डायरेक्टर एचआर मनीष पाटिल, मेंबर एनडीएमए और पूर्व डीजी कोस्ट गार्ड राजेंद्र सिंह, ज्वाइंट सेक्रेटरी पार्लियामेंट हाऊस वाई पी कांडपाल, आईपीएस ज्वाइंट सिक्योरिटी पार्लियामेंट हाऊस अनुराग अग्रवाल, राम मनोहर लोहिया अस्पताल के न्यूरो विभाग से जुड़े सुप्रसिद्ध डॉ शरद पांडे, भारतीय उद्योग जगत से जुड़े टी सी उप्रेती, गढ़वाल भवन अध्यक्ष अजय सिंह बिष्ट, पर्वतीय कला केंद्र दिल्ली मुख्य संरक्षक रमा उप्रेती, प्रभात प्रकाशन अधिकारी मोहित, वरिष्ठ पत्रकार मनजीत सिंह नेगी, एंकर, एक्टर, प्रोड्यूसर ओ पी डिमरी, आरएसएस से संबद्ध डॉ. हरीश रौतेला, विश्व ब्राह्मण फैडरेशन अध्यक्ष के सी पांडे, लिभिथान टेक्नोलॉजी से जुड़े गौरव दत्त जोशी इत्यादि इत्यादि की प्रभावी उपस्थिति के मध्य दुर्गा सिंह भंडारी द्वारा योग साधना पर अंग्रेजी में लिखी गई व प्रभात प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक “HOLISTIC HARMONY Key to A Successful Life” का लोकार्पण देश के शीर्ष महकमों से जुड़े अधिकारियों के कर कमलों सम्पन्न हुआ।
168 पृष्ठों की प्रकाशित अंग्रेजी पुस्तक की भूमिका प्रख्यात आचार्य आयुर्वेद, बालकृष्ण अध्यक्ष पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट हरिद्वार द्वारा लिखी गई है। प्रकाशित पुस्तक की कीमत ₹ 330 है।
अपने कार्यो के प्रति सदा लगनशील तथा प्रतिबद्ध रहे दुर्गा सिंह भंडारी देश के अनेकों प्रमुख विभागों सिक्योरिटी, इंटेलीजेंस, काउंटर इंटेलीजेंस, वीवीआईपी सिक्योरिटी और ट्रेनिंग आदि के विशेषज्ञ रहे हैं। देश के उच्च प्रमुख संस्थान ओएनजीसी के मौजूदा चेयरमैन और सीईओ अरुण कुमार सिंह सहित उक्त संस्थान के दस सीएमडी के साथ कार्य करने का अनुभव दुर्गा सिंह भंडारी का रहा है।
वर्ष 1989 में सशस्त्र सीमा बल को दुर्गा सिंह भंडारी ने ज्वाइन किया था। देश के विभिन्न हिस्सों में काम करने के साथ-साथ गुजरात के कच्छ और उत्तराखंड के सीमांत जिले चमोली में फ्रंटियर अकादमी के इंस्ट्रक्टर के बतौर कार्य किया है। सशस्त्र सीमा बल के ट्रेनिंग डायरेक्टरेट में स्टाफ आफिसर के पद पर आसीन रहे हैं। एसएसबी और एसपीजी में सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों में ट्रेनिंग और कोर्सों के निरंतर दस वर्षो तक अनुभव प्राप्त दुर्गा सिंह भंडारी देश के प्रधानमंत्री की बेहद इलीट सिक्योरिटी यूनिट स्पेशल प्रोटेक्शन यूनिट यानी एसपीजी में कई वर्ष तक सेवारत रहे हैं। उक्त सेवाकाल में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की अभिरक्षा के लिए बने ग्रुप क्लोज प्रोटेक्शन टीमों का नेतृत्व करने का अवसर मिला है। नवंबर 2004 में ओएनजीसी में डिप्टी मैनेजर-सिक्योरिटी का कार्यभार संभाला था। 2004 से 31 मई 2024 सेवानिवृत्ति तक ओएनजीसी से जुड़े रहे, जनरल मैनेजर एच आर पद से सेवानिवृत हुए हैं।
दिल्ली एनसीआर में प्रवासरत उत्तराखंड के प्रवासी समाजों के मध्य ख्यातिरत समाजसेवी दुर्गा सिंह भंडारी का पैतृक गांव रानो जिला चमोली है। जन्म 1964 दिल्ली में हुआ है। बारहवीं तक की पढ़ाई दिल्ली से हुई है। तदुपरांत उत्तराखंड पर्वतीय अंचल के गोपेश्वर में जाकर ग्रेजुएशन पूरी की। राजनीति विज्ञान में परास्नातक हैं। वर्ष 1991 में शादी शिक्षिका सीमा भंडारी के साथ हुई थी। दो बेटियां हैं। इंटीरियर डिजाइनर बड़ी बेटी परिधि की शादी कर चुके हैं। बेटा राबिन भंडारी तथा दूसरी बिटिया अभी अध्ययनरत हैं।
उत्तराखंड के प्रतिष्ठित प्रबुद्ध जनों के मध्य उच्च अधिकारी व ख्यातिरत समाजसेवी रहे दुर्गा सिंह भंडारी एक प्रेरणादाई लेखक के रूप में भी अपनी पहचान बनाए हुए हैं। अपने गृह राज्य उत्तराखंड से विशेष प्रेम रखते हैं। पर्वतीय अंचल के पर्यावरण और सांस्कृतिक मुद्दों से भावनात्मक रूप से जुड़े हुए रहते हैं। पर्यावरण के मुद्दों को लेकर विभिन्न मंचों पर उन्हें सक्रिय रूप से प्रभावशाली वार्ताएं करते देखा-सुना जाता रहा है।
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Vinod kumar tewari
June 2, 2024, 10:55 pmGreat.👍
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