बाबा केदार पंचमुखी भोगमूर्ति चल विग्रह डोली में विराजमान होते हुए ऊखीमठ स्थित शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर के पहले पड़ाव रामपुर पहुंचेंगे। 18 को बाबा केदार पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में छह माह की पूजा-अर्चना के लिए विराजमान हो जाएंगे।
करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के प्रतीक, ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ धाम के कपाट परंपरा के अनुसार और वैदिक उच्चारण के साथ सोमवार सुबह 8.30 बजे शीतकाल के लिए विधि-विधान से बंद कर दिए गए। कपाट बंद करने के दौरान लगातार हुई बर्फबारी के चलते बाबा केदार की डोली के प्रस्थान में देरी हुई। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, राज्य मंत्री धन सिंह रावत समेत कई आला अधिकारी उपस्थित रहे। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ दो दिन के उत्तराखंड दौरे पर रविवार को केदार धाम पहुंचे थे। उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह के साथ केदारनाथ में चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया और बाबा केदार के दर्शन किए। इसके बाद कपाट बंद होने के समय भी दोनों नेता मंदिर परिसर में मौजूद रहे।
उन्होंने इस अवसर पर उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड और सभी देश वासियों के सुख चैन, कुशलता एवं सुरक्षा की कामना की। 6ः30 बजे भगवान भैरवनाथ को साक्षी मानकर गर्भगृह को बंद किया गया। साढ़े आठ बजे सभा मंडप तथा मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया। कपाट बंद होने के मुहूर्त पर हुई बर्फबारी को शुभ मानते हुए धाम पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस अवसर पर समस्त प्रदेश वासियों की सुख-समृद्धि की मंगल कामना की। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कपाट बंद होने पर हो रही बर्फबारी से गदगद दिखे।
इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड की परिसंपत्तियों के विषय पर कहा कि दोनों राज्यों में अब किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। अलकनंदा अतिथि गृह हरिद्वार के विषय में कहा कि यह मामला उच्च न्यायालय में भी लंबित रहा जिसको लेकर आपसी सहमति से इसे उत्तराखंड सरकार को दिए जाने पर सहमति बनी तथा यहीं पर एक अन्य अतिथि गृह बनाया गया है जिस पर यूपी सरकार का स्वामित्व होगा। उन्होंने केदारनाथ धाम में हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में उत्तराखंड सरकार द्वारा यहां पर बहुत बेहतर कार्य किए जा रहे हैं।
बाबा केदार पंचमुखी भोगमूर्ति चल विग्रह डोली में विराजमान होते हुए ऊखीमठ स्थित शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर के पहले पड़ाव रामपुर पहुंचेंगे। 18 को बाबा केदार पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में छह माह की पूजा-अर्चना के लिए विराजमान हो जाएंगे।
भैयादूज के पावन पर्व पर सुबह दो बजे से ही केदारनाथ में विशेष पूजा-अर्चना शुरू हो गई थी। मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग द्वारा बाबा केदार के स्वयंभू ज्योतिर्लिंग को समाधि रूप देकर भस्म से ढका गया। सुबह 4 बजे भोगमूर्ति को चल उत्सव विग्रह डोली में विराजमान करते हुए भक्तों के दर्शनार्थ मंदिर परिसर में रखा गया। साथ ही अन्य धार्मिक औपचारिकताओं को पूरा करते हुए सुबह 5.30 बजे मंदिर के गर्भगृह के कपाट बंद किए गए।
इससे पहले रविवार को दोनों मुख्यमंत्रियों ने शंकराचार्य समाधि स्थल, आस्था पथ, ध्यान गुफाओं एवं केदारनाथ में बने ब्रिज का निरीक्षण किया। सीएम रावत ने योगी आदित्यनाथ को केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यो की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केदारनाथ में बहुत तेज गति से निर्माण कार्य किए गए। निर्माण कार्यों के लिए हेलीकॉप्टर से आधुनिक यंत्र केदारनाथ में लाए गए। निर्माण कार्यों की प्रगति कि देहरादून से नियमित रूप से निगरानी की गई।
सीएम त्रिवेंद्र ने बताया कि शीघ्र ही केदारनाथ नए स्वरूप में देश व दुनिया के श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनेगा। केदारनाथ आने वाले मार्गों के सुदृढ़ीकरण के साथ ही धाम में अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर भी ध्यान दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा निरंतर यहां संचालित कार्यों का अनुश्रवण किया जा रहा है। निर्माण कार्यों में स्थानीय, पौराणिक एवं आध्यात्मिक महत्व को संजोये रखने के साथ ही स्थानीय स्थापत्य कला पर भी ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुनर्निर्माण कार्यों के साथ निकटवर्ती आध्यात्मिक स्थलों को भी इससे जोड़ा जा रहा है।
बाबा केदारनाथ की डोली ऊखीमठ के लिए रवाना देखें VIDEO
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन्हें 11-12 वर्षों के बाद बाबा केदारनाथ के श्री चरणों के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। योगी आदित्यनाथ ने देवभूमि उत्तराखंड के साथ ही बाबा केदारनाथ को नमन करते हुए कहा कि पौराणिक महत्व के इस श्रद्धा के केंद्र का सुनियोजित ढंग से किए जा रहे पुनर्निर्माण कार्य निश्चित रूप से श्रद्धालुओं के विश्वास बहाली में मददगार हुआ है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ के प्रति करोड़ों लोंगों की आस्था है, यही आस्था भारत की अस्मिता, भारत के सांस्कृतिक केंद्र भारत को भारत बनाने में मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि केदारनाथ के प्रति उनकी आस्था रही है। पूजा के समय उन्हें बाबा केदार के दर्शनों की प्रेरणा मिलती रही है। आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र के प्रयासों से बाबा केदार के दर्शन करने तथा यहां चल रहे कार्यों के अवलोकन का अवसर मिला। उन्होंने इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के साथ ही उत्तराखंड व सभी देश वासियों के सुख चैन, कुशलता और सुरक्षा की कामना की।
Leave a Comment
Your email address will not be published. Required fields are marked with *