29 मार्च को सीएम रावत ने मुख्यमंत्री राहत कोष के नंबर जारी करते हुए उत्तराखंड के लोगों से अपील की था कि उन्हें कोरोना की महामारी से निपटने के लिए सभी का सहयोग चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा था कि आपका दिया एक-एक पैसा किसी की जिंदगी बचाने के काम आ सकता है, किसी जरूरतमंद के काम आ सकता है।
कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए किए जा रहे उपायों की खातिर पैसा जुटाने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घर से उदाहरण पेश किया है। मुख्यमंत्री ने सीएम राहत कोष में अपने पांच महीने का वेतन देने का निर्णय लिया है। उनकी पत्नी सुनीता रावत ने भी इस फंड में एक लाख रुपये का चेक दिया है। यही नहीं मुख्यमंत्री की दोनों बेटियों कृति रावत ने 50 हजार और सृजा ने 2000 रुपये का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दिया है।
29 मार्च को सीएम रावत ने मुख्यमंत्री राहत कोष के नंबर जारी करते हुए उत्तराखंड के लोगों से अपील की था कि उन्हें कोरोना की महामारी से निपटने के लिए सभी का सहयोग चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा था कि आपका दिया एक-एक पैसा किसी की जिंदगी बचाने के काम आ सकता है, किसी जरूरतमंद के काम आ सकता है। इच्छुक व्यक्ति निम्न अकाउंट में दान दे सकते हैं।
कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री लगातार सक्रिय हैं। एक तरफ उन्होंने जहां विधायकों को फोन कर अपने-अपने क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा लोगों को राहत पहुंचाने को कहा है, वहीं सभी जिलों के जिलाधिकारियों से निरंतर अपडेट ले रहे हैं।
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उधर, प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ उत्तराखंड द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में सहायता राशि जमा की जाएगी। मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री रावत से जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री सतीश चंद्र घिल्डियाल ने भेंट के दौरान यह जानकारी दी।
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April 1, 2020, 11:07 am[…] […]
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