उत्तराखंड में शर्तों के साथ चलेंगी बसें, CM त्रिवेंद्र सिंह ने बताई लॉकडाउन-4 की रणनीति
- देहरादून, उत्तराखंड न्यूज़
- May 18, 2020
उत्तराखंड प्राकृतिक संपदा और जैव विविधता के साथ ही यहां मिलने वाली जड़ी-बूटियों के लिए भी प्रसिद्ध है। देवभूमि में मिलने वाली जड़ी-बूटियों में जीवनदायिनी शक्ति है। पहाड़ के ग्रामीण इलाकों में आज भी इन जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है। इन्हीं जड़ी-बूटियों में से एक है पहाड़ में मिलने वाला जंगली फल गीठीं प्राचीन समय से ही पहाड़ों में लाइलाज बीमारियों का इलाज परंपरागत तरीकों से ही किया जाता रहा है।
READ MOREपहाड़ी क्षेत्रों में ओखली कभी घर-गांवों की शान हुआ करती थी। जिस घर के चौक (आंगन) में ओखली होती थी, उसे गांव के समृद्धशाली परिवारों में गिना जाता था। वक्त बदला तो पहाड़ी क्षेत्रों में ओखली की गमक भी कम सुनाई देने लगी।
READ MOREपहाड़ों में रोजगार की कमी के चलते युवा नौकरी की तलाश में साल दर साल पलायन कर शहरों की तरफ बढ़ रहे हैं, लेकिन श्रीनगर में एक ऐसे बुजुर्ग भी हैं, जो 70 साल की उम्र में भी अपनी मिट्टी में ही रोजगार कर रहे हैं। साथ ही अपने आस पास के लोगों को शुद्ध ऑर्गेनिक दालों का स्वाद चखा रहे हैं। इनके पास 12 से ज्यादा किस्मों की पहाड़ी दालें मिलती हैं, जिसे लोग खूब पसंद भी करते हैं।
READ MOREजीएमवीएन के सहायक अभियंता डीएस राणा का कहना है कि तीन माह में छह में से तीन होमस्टे की नींव का निर्माण पूरा कर लिया गया है। चौथे होमस्टे की नींव निर्माण का काम जारी है। होमस्टे के साथ मैदान का निर्माण प्रस्तावित है। यह निर्माण करीब 10 करोड़ की लागत से होना है।
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