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केदारनाथ धाम यात्रा के संबध में सोशल मीडिया में झूठी अफवाह फैलाने वाले लोगों को लेकर तीर्थपुरोहित में आक्रोश है। तीर्थपुराहितों ने धाम व यात्रा के बारे में फैलाई जा रही अफवाहों पर यात्रियों से ध्यान ना देने की अपील की है। चारधाम यात्रा की सारी व्यवस्थाएं दुरूस्त है।
READ MOREइस वर्ष करीब 7000 डंडी कंडी और पिट्ठू संचालक श्री केदारनाथ धाम यात्रा के लिए पंजीकृत हैं। जिनका संचालन प्रतिदिन हो रहा है, घोड़े-खच्चरों को आराम मिलने के बाद से इनके माध्यम से ही पैदल यात्रा करने में असमर्थ श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं वहीं पैदल यात्रा मार्ग से लेकर धाम तक खाद्य सामग्री सहित अन्य सामग्री भी इन्हीं लोगों की मदद से पहुंचाई जा रही है।
READ MOREजिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार ने कहा कि यात्रा पर आने वाले किसी भी तीर्थ यात्री को परेशानी नहीं होनी चाहिये। प्रशासन का पूरा प्रयास है कि यात्री समय पर सुगमता से दर्शन कर सके। उन्होंने कहा कि यात्रा की हर समय मॉनेटरिंग की जा रही है।
READ MOREजनपद में बाहर से आने वाले प्रत्येक घोड़े और खच्चर की गहन स्क्रीनिंग की जा रही है। बीते एक माह में राज्य भर के 16 हजार से अधिक पशुओं की स्वास्थ्य जांच की जा चुकी है। केवल पूर्णतः स्वस्थ पशुओं को ही जिले में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
READ MOREरुद्रप्रयाग जनपद में स्थित, शिव-पार्वती का विवाहस्थल त्रिजुगीनारायण वैश्विक वेडिंग डेस्टिनेशन के तौर पर उभर रहा है। जहां देश विदेश से लोग सनातन परम्पराओं के अनुसार विवाह करने के लिए पहुंच रहे हैं। शादियों के सीजन में अब यहां हर महीने 100 से अधिक शादियां हो रही हैं।
READ MOREउत्तराखंड ताइक्वांडो एसोसिएशन की ओर आयोजित 15वीं नेशनल ताइक्वांडो चैंपियनशिप में जिले के नौ छात्रों ने पदक हासिल किया है। जिले में पहुंचने पर कोच अवनीश भारती के साथ सभी छात्रों का नगर पालिका अध्यक्ष संतोष रावत, सभासदों और स्थानीय जनता ने स्वागत किया।
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केदारनाथ धाम यात्रा के संबध में सोशल मीडिया में झूठी अफवाह फैलाने वाले लोगों को लेकर तीर्थपुरोहित में आक्रोश है। तीर्थपुराहितों ने धाम व यात्रा के बारे में फैलाई जा रही अफवाहों पर यात्रियों से ध्यान ना देने की अपील की है। चारधाम यात्रा की सारी व्यवस्थाएं दुरूस्त है।
READ MOREइस वर्ष करीब 7000 डंडी कंडी और पिट्ठू संचालक श्री केदारनाथ धाम यात्रा के लिए पंजीकृत हैं। जिनका संचालन प्रतिदिन हो रहा है, घोड़े-खच्चरों को आराम मिलने के बाद से इनके माध्यम से ही पैदल यात्रा करने में असमर्थ श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं वहीं पैदल यात्रा मार्ग से लेकर धाम तक खाद्य सामग्री सहित अन्य सामग्री भी इन्हीं लोगों की मदद से पहुंचाई जा रही है।
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