अठारहवीं लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की पांचों सीटों पर जीते भाजपा के नव निर्वाचित सांसदों का भव्य अभिनन्दन समारोह 2024 का आयोजन पर्वतीय लोक विकास समिति द्वारा खचाखच भरे प्रतिष्ठित डिप्टी स्पीकर हाल, कांन्स्टीट्यूशन क्लब में 9 अगस्त की सायं राजेश्वर पैन्युली समारोह अध्यक्ष की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
सी एम पपनैं, दिल्ली
आयोजित अभिनन्दन समारोह का श्रीगणेश उत्तराखंड की मातृशक्ति द्वारा प्रस्तुत मांगल गीत- दैणा होया बद्री केदारा हो…..। तथा उत्तराखंड के उपस्थित सांसदों के कर कमलों दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। अध्यक्ष पर्वतीय लोक विकास समिति प्रोफेसर सूर्य प्रकाश सेमवाल द्वारा मंचासीन विशिष्ट अतिथियों में सुमार उत्तराखंड के लोकसभा व राज्यसभा सांसदों तथा सभागार में उपस्थित सभी प्रबुद्धजनों का स्वागत अभिनन्दन किया गया। आयोजक समिति पदाधिकारियों द्वारा उत्तराखंड के नवनिर्वाचित लोकसभा सांसदों अजय टम्टा, त्रिवेंद्र सिंह रावत, अजय भट्ट के साथ-साथ राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट, नरेश बंसल तथा कल्पना सैनी के साथ-साथ मंचासीन दुष्यंत कुमार गौतम, राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रभारी उत्तराखंड भाजपा को दुपट्टा ओढ़ा कर, पुष्प गुच्छ व स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत अभिनन्दन किया गया।
नव निर्वाचित सांसद अभिनन्दन समारोह में मंचासीन दुष्यंत कुमार गौतम, राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रभारी उत्तराखंड भाजपा द्वारा कहा गया, उत्तराखंड के जागरुक मतदाताओं द्वारा उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों तथा दिल्ली की सातों सीटों पर भाजपा को जीत दिलवाई, सभी का धन्यवाद। कहा गया, प्रधानमंत्री मोदी जी विकसित भारत की तथा सशक्त उत्तराखंड की बात कहते हैं। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सशक्त उत्तराखंड हेतु कदम उठाया है। उत्तराखंड गठन के बाद विगत वर्षो में सरकारें बदलती रही हैं, अनंतोगत्वा पहली बार भाजपा की सरकार निरंतर दूसरी बार बनी है। उत्तराखंड में वर्तमान सरकार लोगों के सपनों को साकार करने के लिए निष्ठा पूर्वक कार्य कर रही है।
दुष्यंत कुमार गौतम ने कहा, उत्तराखंड के लोगों ने देश-विदेश में कार्य किया है, आज वे अब अपने गांव की ओर हैलीकॉप्टर से जा सकते हैं। अपने गांव की सरहद तक निर्मित की जा चुकी सड़क मार्ग से पहुंच सकते हैं। आज बदलता हुआ उत्तराखंड है। कहा गया, आपदा उत्तराखंड में हर वर्ष आ रही है। सरकार की दूर दृष्टि से बीस हजार रुपया आपदाओं पर खर्च किए गए हैं। सोच है जन हानि न हो। प्राकृतिक आपदाओं के लिए 11 सौ करोड़ रुपए रखे गए हैं। कांवड़ सेवा ने इस वर्ष रिकार्ड तोड़ा है। कांवड़ यात्रा सफल रही है। मुख्यमंत्री प्राकृतिक आपदा में हर जगह खड़े होते हैं।
नरेश बंसल द्वारा कहा गया, उत्तराखंड में निरंतर पर्यटन बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। कानून व्यवस्था दुरस्त है। सख्त नकल विरोधी कानून ने होनहार छात्रों का साहस बढ़ाया है। सभी सांसद समर्पित भाव से काम कर रहे हैं। अंचल के लोगों को गरीबी से बाहर निकालने का काम कर रहे हैं। उत्तराखंड में जनसंख्या बदलाव का कार्य हो रहा है जो चुनौती पूर्ण है। कहा गया, कश्मीर में लोग जागरूक नहीं थे नतीजन पांच लाख लोग दिल्ली में टैंटों में रह रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में विकसित भारत की कल्पना है।
अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ सांसद एवं केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा द्वारा कहा गया, उत्तराखंड के लोग कठिनाई का जीवनयापन कर आज यहां तक पहुंचे हैं। पूरी दुनियां में उत्तराखंड के लोग अपनी संस्कृति के नाते पहचाने जाते हैं। दिल्ली में अन्य समाजों के मध्य रह कर उत्तराखंड के प्रवासी जन जो कुछ भी अच्छा सीख रहे हैं, कर रहे हैं उसका सदुपयोग हो। उत्तराखंड को उसका लाभ मिले।
केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा द्वारा कहा गया, 2002 में उत्तराखंड को मात्र दो रोड़ों का कार्य छह गांवों को जोड़ने हेतु मिला था। इन चौबीस वर्षो में हर ग्राम पंचायत प्रधानमंत्री ग्राम सड़क परियोजना के तहत मुख्य रोड़ों से जुड़ चुकी है। कहा गया, आज पोस्ट आफिस बंद हो रहे हैं क्योंकि गांव में कोई नहीं रह रहा है। प्रवासी जन अपने गांव जरुर जाए, पोस्ट आफिस में खाता खुलवाए। आने वाले बजट में सड़के और बनेंगी विकास को बल मिलेगा। आज देश के सीमांत गांव माणा तक रोड़ है।
केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा द्वारा कहा गया, उत्तराखंड के सीमांत गांवों तक प्रधानमंत्री मोदी जी गए हैं। आज जो भी लोग अपने गांव तक जिस सड़क मार्ग से जाते हैं उसका श्रेय प्रधानमंत्री मोदी जी को जाता है। आज राज्य में एयर कनेक्टीविटी बढ़ गई है। दिल्ली से देहरादून सड़क मार्ग से ढाई घंटे में पहुंचा जा सकेगा। नितिन गडकरी जी ने पांच टनल वाली उन्नीस किलोमीटर की एक सड़क दी है। केदारखंड, मानसखंड को रोड़ों से जोड़ा जा रहा है। लोग अपने गांव की जमीन आबाद करे। रिवर्स पलायन करे। हमारे अंचल के गांव जीवन दे सकते हैं। उन्होंने कहा, उत्तराखंड में मेडिकल कालेज बन रहे हैं। वर्तमान आठ के आठ सांसद आपके साथ हैं। दिल्ली में उत्तराखंड के लोग अपनी संख्या बल का ख्याल कर आगे आए।
उत्तराखंड की राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी द्वारा व्यक्त किया गया, उत्तराखंड आसानी से बना राज्य नहीं है। आभारी हैं अटल जी के जिन्होंने राज्य गठन में मदद की। जब राज्य को पलायन से रोकना था, प्रगति होनी थी तब सही नेतृत्व नहीं मिल पाया था। राज्य की शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए पार्टी संगठन से कई बार उन्होने कहा है। कल्पना सैनी द्वारा कहा गया, आज गढ़वाल, कुमाऊं, तराई नहीं उत्तराखंड है।
हरिद्वार लोकसभा सीट से चुने गए व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा कहा गया, समस्याओं का समाधान टेबल पर मिल बैठ कर होता है और टेबल पर बैठ कर ही किया जाना चाहिए। आज जो बैठक हो रही है, आयोजन हो रहा है, इस प्रकार की बैठके समय-समय पर होती रहनी चाहिए। बैठक ऐसी हो सब मिल बैठ कर बात करें। एक जुटता के आगे हर कोई झुकता है। उन्होंने कहा, आज दिल्ली में पर्वतीय समाज की सर्वे में पूछ होती है। एक जुटता जरूरी है। देवी देवताओं के हाथ हथियार न हो तो उन्हें भी नहीं पूछा जाता है। अपनी ताकत का अहसास कराना जरूरी है।
नई दिल्ली से चुनी गई लोकसभा सांसद बांसुरी स्वराज की उपस्थिति ने उत्तराखंड के लोगों को प्रभावित किया। बांसुरी स्वराज द्वारा हरिद्वार सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत को अपना मामा कहा गया। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी जी की रीढ़ की हड्डी उत्तराखंड के सांसद हैं। राज्य के सभी सांसद अनुभवी हैं। उत्तराखंड के सासंद जिनकी पुरजोर आवाज राष्ट्र को समृद्ध करेगी।
राज्यसभा सांसद व उत्तराखंड राज्य भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट द्वारा कहा गया, उत्तराखंड राज्य गठन मातृ शक्ति की बदौलत हुआ है। आप कहीं भी रहे एक घर अपने गांव में जरूर बनाएं। आज उत्तराखंड के हर गांव में बिजली, सड़क व सिलेंडर पहुंच चुके हैं। आज हमारे बच्चे अपनी बोली-भाषा नहीं बोल रहे हैं। निवेदन है अपने घर में अपने अंचल की बोली में जरूर बात करे। अपने बच्चों को अपनी बोली सिखाए। हर राज्य के लोग अपने लोगों से अपनी बोली में बोलते हैं तो हम उत्तराखंड के लोग क्यों नहीं।
अभिनंदन समारोह में उपस्थिति पूर्व रक्षा राज्य मंत्री एवं नैनीताल- उधम सिंह नगर लोकसभा सांसद अजय भट्ट द्वारा कहा गया, देश के छोटे बड़े सब शहरों में उत्तराखंड के लोग किसी न किसी प्रभावी पद पर पदस्थ हैं। हम सब एक भूमि के हैं। सभी प्रयाग व नदी हमारी भूमि देवभूमि में हैं। हमारे सारे सांसद उत्तराखंड के बावत अपनी बात हर जगह रखते हैं। प्रधानमंत्री मोदी जी के आदि कैलाश जाने के बाद अब हजारों की सख्या में लोग वहां जाने लगे हैं। राज्य के जिस गांव व कस्बे में मोदी जी गए वहां के उत्पादों का प्रचार-प्रसार हुआ है उक्त उत्पादों की अहमियत बढ़ी है, राज्य को लाभ हुआ है।
सांसद अजय भट्ट ने कहा, उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र में दिक्कत हो गई है जंगली जानवरों की। लोग अपने घर बार छोड़ कर बाहर जा रहे हैं। आज हमारे अंचल की बहने रामलीला कर नाम कमा रही हैं। राज्य के लोगों ने देश की सीमाओं पर खून बहाया है। हमें अपनी शक्ति को पहचानना होगा। हम अपनी भूमि को जरूर देखें। अपने गांव जरूर जाए। अपनी लोक संस्कृति को पहचानें इसका संरक्षण व संवर्धन करे। गांव जाकर अंचल के सूखे नौलों व धारों को पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठाएं। कहा गया, दूब हमेशा हरा भरा रहता है, हम उसी दूब की पैदावार हैं।
उत्तराखंड राज्यसभा सांसद एवं राष्ट्रीय उप-कोषाध्यक्ष भाजपा नरेश बंसल ने कहा, देश विदेश में उत्तराखंड के लोगों की छवि ईमानदारी की है। सभी ने अपनी पहचान बनाई है। उत्तराखंड में दो लाख करोड़ की विकास परियोजनाएं चल रही हैं। विकल्प नहीं संकल्प है, उत्तराखंड राज्य गठन के पच्चीस वर्ष पूर्ण होने पर उत्तराखंड राज्य देश के सबसे अव्वल राज्यों की श्रेणी में स्थानरत होगा। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस सोच पर दिन-रात निष्ठा पूर्वक प्रयत्नशील हैं।
राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने कहा, उत्तराखंड में ट्यूरिज्म बहुत बड़ा है। धार्मिक यात्रियों की संख्या बढ़ी है। लोग अपनी संस्कृति से जुडे़ रहे, उत्तराखंड की संस्कृति देव संस्कृति है। अपनी बोली-भाषा, खानपान, लोकसंस्कृति और परंपराओं को अपनाए रहने से अगली पीढ़ी में संस्कार जाते हैं।
पर्वतीय लोक विकास समिति द्वारा आयोजित नव निर्वाचित सांसद अभिनन्दन समारोह 2024 का समापन सभागार में बड़ी संख्या में उपस्थित महिला मांगल दलों को उपस्थित सांसदों के कर कमलों स्मृति चिन्ह प्रदान कर किया गया।
आयोजित भव्य अभिनन्दन समारोह का मंच संचालन पर्वतीय लोक विकास समिति अध्यक्ष प्रोफेसर सूर्य प्रकाश सेमवाल द्वारा आयोजन समित अध्यक्ष विजय सती, मुरारी सिंह कंडारी, संजय तड़ियाल, गोपाल उप्रेती, शशि मोहन रावत, मंजू बिष्ट, प्रदीप वेदवाल, अमिता नेगी, कमल घिल्डियाल, महावीर नैनवाल, संजीव राणा, सच्चिदानंद शर्मा पोखरियाल, दीवान सिंह रावत, मंगल सिंह नेगी, विश्व बडोला, उदय शर्मा तथा प्रोफेसर हरेंद्र असवाल के सानिध्य में बखूबी प्रभावशाली अंदाज़ में किया गया।
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