उत्तराखंड में 4 अप्रैल को कोरोना के 6 नए मरीज सामने आए हैं। इसमें पांच लोग नैनीताल से और एक रुड़की से है। अब राज्य में कोरोना के कुल 22 पॉजिटिव मामले हो गए हैं। इनमें से दो लोग पूरी तरह से ठीक हो गए हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
कोरोना वायरस का कहर देश में बढ़ता जा रहा है। उत्तराखंड (Uttarakhand) में तबलीगी जमात के लोगों में संक्रमण के मामले सामने आने के बाद मरीजों की संख्या बढ़ गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार राज्य में कुल 16 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें 2 लोग ठीक हो चुके हैं। हालांकि राज्य सरकार के आंकड़ों पर गौर करे तो यह संख्या 22 तक पहुंच गई है।
उत्तराखंड में जमात से जुड़े कुल 12 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। शुक्रवार को 6 लोग पॉजिटिव पाए गए थे। इसमें से 5 लोग देहरादून के ही हैं। शनिवार को भी राज्य में 6 नए मामले सामने आए हैं। इनमें पांच लोग नैनीताल और एक रुड़की का मरीज है।
राज्य सरकार संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है। उत्तराखंड के पहाड़ी जिले रुद्रप्रयाग के गांवों में ड्रोन से लोगों की निगरानी की जा रही है। यहां होम क्वारंटीन में रहने वाले लोगों की रोज मॉनिटरिंग हो रही है।
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उधर सुविधाओं की बात करें तो देहरादून घंटाघर स्थित मुख्य डाकघर में रजिस्ट्री, स्पीड पोस्ट सेवाएं शुरू कर दी गई हैं। हालांकि पार्सल सिर्फ जरूरी सेवाओं के ही लिए जा रहे हैं। पहले दिन डाकघर में बेहद कम लोग पहुंचे। डाकघर की तरफ से कर्मचारियों को सैनिटाइज करने की व्यवस्था की गई है।
रानीखेत में दिल्ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम से लौटे चार जमातियों के सैंपल जांच के लिए हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल भेजे गए हैं। ये चारों क्वारंटीन पर हैं। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पहले ही साफ कह चुके हैं कि जो लोग भी निजामुद्दीन मरकज से लौटे हैं वे अपने बारे में खुद जानकारी दें और जांच कराएं।
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