[fvplayer id=”10″]
कोरोना के काल में कई सामाजिक संगठन उत्तराखंड के सुदूर इलाकों में रहने वाले लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं। इसमें से एक हैं स्वामी वीरेंद्रानंद जी महाराज। उनके द्वारा गठित कोविड आर्मी लोगों को खाने-पीने की चीजों समेत कोविड किट पहुंचा रही है।
READ MOREसत्कर्मा मिशन के संस्थापक, महामंडलश्वेर हिमालयन योगी स्वामी वीरेंद्रानंद जी महाराज का जीवन हमें हमारा उद्देश्य समझाता है। शाही विरासत, अच्छी नौकरी, खूब संपत्ति पाने के बाद भी स्वामी जी ने सब छोड़कर जनसेवा का कार्य चुना। उनका शिक्षक से सन्यासी तक का सफरनामा अब पुस्तक के रूप में आ चुका है।
READ MOREउत्तराखंड समेत पूरे देश में 14 सितंबर को हिंदी दिवस विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। लोगों ने मातृभाषा को आगे बढ़ाने और अंग्रेजी के साथ-साथ इसे भी पढ़ने-लिखने पर जोर दिया। एशियन स्कूल व एशियन सत्कर्मा मिशन की ओर से भी हिंदी दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
READ MOREएशियन सत्कर्मा मिशन अब किसी परिचय का मोहताज नहीं है। कोरोना काल में जिस तरह से मिशन के स्वामी वीरेंद्रानंद जी की ओर से निस्वार्थ भाव से लोगों तक मदद पहुंचाई जा रही है, उसकी पूरे उत्तराखंड में प्रशंसा हो रही है।
READ MORE[fvplayer id=”10″]
कोरोना के काल में कई सामाजिक संगठन उत्तराखंड के सुदूर इलाकों में रहने वाले लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं। इसमें से एक हैं स्वामी वीरेंद्रानंद जी महाराज। उनके द्वारा गठित कोविड आर्मी लोगों को खाने-पीने की चीजों समेत कोविड किट पहुंचा रही है।
READ MOREसत्कर्मा मिशन के संस्थापक, महामंडलश्वेर हिमालयन योगी स्वामी वीरेंद्रानंद जी महाराज का जीवन हमें हमारा उद्देश्य समझाता है। शाही विरासत, अच्छी नौकरी, खूब संपत्ति पाने के बाद भी स्वामी जी ने सब छोड़कर जनसेवा का कार्य चुना। उनका शिक्षक से सन्यासी तक का सफरनामा अब पुस्तक के रूप में आ चुका है।
READ MORE