राम मंदिर भूमि पूजन पर उत्तराखंड में दीपोत्सव, सीएम आवास भी प्रकाशमय

राम मंदिर भूमि पूजन पर उत्तराखंड में दीपोत्सव, सीएम आवास भी प्रकाशमय

अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन के बाद पूरे देश में लोगों ने दीपक जलाकर अपनी खुशी का इजहार किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। इसके बाद शाम को देश भर

अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन के बाद पूरे देश में लोगों ने दीपक जलाकर अपनी खुशी का इजहार किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। इसके बाद शाम को देश भर में दीए जलाए गए। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी अपने परिवार के साथ मिलकर सीएम आवास में दीपक जलाए।

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मुख्यमंत्री आवास को घी के 5100 दीपकों से प्रकाशमान किया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने प्रदेश वासियों से इस अवसर का साक्षी बनने की अपील करते हुए कहा था कि वे भी अपने-अपने घरों में दीपक जलाएं। उन्होंने कहा था कि अयोध्या में निर्मित होने वाला श्रीराम का भव्य मंदिर हमारी आस्था से जुड़ा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अयोध्या में किए गए राम मंदिर शिलान्यास को भविष्य के भारत के प्रति प्रधानमंत्री की स्पष्ट सोच को प्रदर्शित करता है। उन्होंने इसे सबका साथ सबका विश्वास का भी मंत्र बताया है। अपनी पुत्री कुमारी श्रृजा के साथ दीपोत्सव कार्यक्रम के बाद मीडिया से अनौपचारिक वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी में इस भूमि पर प्रधानमंत्री द्वारा किए गए राम मंदिर के शिलाल्यास से यह संदेश भी गया है कि भविष्य के भारत के प्रति प्रधानमंत्री की सोच क्या है।

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उन्होंने कहा कि आज देश का बहुप्रतीक्षित सपना पूरा हुआ है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली दृढ़ इच्छा शक्ति वाली सरकार तथा जन समर्थन से यह सपना पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि आज देश और प्रदेश में दीपावली जैसा माहौल है, उन्होंने सबको साथ लेकर प्रदेश को आगे बढ़ाने का संकल्प भी दोहराया।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि माता सीता का उत्तराखंड से भी संबंध रहा है। पौड़ी जनपद के सितोलस्यूं पट्टी में फलस्वाड़ी के सीतासैण के पास विदाकोटी स्थान पर माता सीता ने भूसमाधि ली थी उसके पास ही ऋषि वाल्मीकि का उत्तराखंड का अकेला मंदिर है, जो माता सीता के मंदिर की पुष्टि करता है। उन्होंने कहा कि यहां पर मेला भी आयोजित होता है। मुख्यमंत्री ने इस स्थान पर माता सीता का भव्य मंदिर बनाकर उसे पहचान दिए जाने की बात भी कही।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि राम मंदिर के शिलान्यास से राम जन्म भूमि आंदोलन के साक्षी रहे लोगों को असीम सुख की प्राप्ति हुई है तथा इस आंदोलन में अपना जीवन उत्सर्ग करने वालों की आत्मा को निश्चित रूप से शांति मिली होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए जब 1989 में आंदोलन चल रहा था, तब वे मेरठ में थे। भेष बदलकर हमने इस आंदोलन में भाग लिया था। हमारे साथ हजारों लोगों ने इस आंदोलन में भाग लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे परिस्थितियां सामान्य होते ही अयोध्या जाकर भगवान श्री राम के दर्शन करेंगे।

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