शिक्षा गुणवत्ता में अपनी विशेष पहचान रखने वाले सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के पूर्व छात्रों ने स्कूल के स्थापना दिवस के अवसर पर जनपद रुद्रप्रयाग पहुंचकर दुनिया के सबसे ऊंचे शिव मंदिर में शामिल तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात भगवान तुंगनाथ एवं चोपता घाटी में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया।
पूर्व छात्रों ने पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए धार्मिक स्थलों एवं अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखने का दिया संदेश
घोड़ाखाल ओल्ड ब्वायज एसोशिएशन के छात्रों ने भगवान तुंगनाथ के मंदिर से यहां दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं से मंदिर परिसर एवं पैदल ट्रैक पर कूड़ा न फैलाने एवं घाटी को साफ-सुथरा रखने की अपील की। सैनिक स्कूल के छात्रों द्वारा तुंगनाथ घाटी में चलाए गए विशेष स्वच्छता अभियान में करीब चार कुंतल कूड़ा एकत्रित किया गया।
घोड़ाखाल ओल्ड ब्वायज एसोशिएशन के सदस्य मोहित मल्ली ने बताया कि हर साल घोड़ाखाल के पूर्व छात्र स्थापना दिवस के मौके पर कुछ विशेष करने का प्रयास करते हैं। इस वर्ष दुनिया के सबसे ऊंचे शिव मंदिर में शामिल तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात भगवान तुंगनाथ एवं चोपता घाटी में विशेष स्वच्छता अभियान चलाते हुए सभी से अपने आसपास एवं धार्मिक स्थलों पर कूड़ा न फैलाने की अपील की।
ओल्ड ब्वायज एसोशिएशन के छात्रों ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में स्थित धार्मिक स्थलों पर हर वर्ष लाखों श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं, ऐसे में लाजमी है कि इन पवित्र स्थलों पर कूड़ा एवं गंदगी होगी, प्रकृति एवं देवभूमि के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते हुए हम सभी को यहां की स्वच्छता एवं सौंदर्यता बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए।
उन्होंने तुंगनाथ की धरती से ‘‘क्लीन उत्तराखंड, ग्रीन उत्तराखंड’’ का संदेश देते हुए आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अपना कूड़ा कूड़ेदान में ही डालने एवं दूसरे लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करने की अपील की। इस अवसर पर घोड़ाखाल ओल्ड ब्वायज एसोशिएशन के छात्रों ने आगामी लोकसाभा सामान्य निर्वाचन 2024 में अपने मताधिकार का निर्भीक एवं स्वतंत्रता के साथ प्रयोग कर देश को मजबूत बनाने की अपील भी की।
स्वछता अभियान में सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के पूर्व छात्र शक्ति, अजय मौर्य, सौरभ आर्य सहित एसडीआरएफ, नगर पंचायत ऊखीमठ के कर्मचारी एवं स्थानीय स्कूलों के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
Leave a Comment
Your email address will not be published. Required fields are marked with *