उत्तराखंड के श्रीनगर के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। जल्द ही पंच पीपल से स्वीत तक 7.5 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है। यह एलिवेटेड रोड अलकनंदा नदी के किनारे से होकर गुजरेगा और इसकी कनेक्टिविटी रेलवे स्टेशन, श्रीनगर बाजार, एनआईटी श्रीनगर, एसएसबी ट्रेनिंग सेंटर, गढ़वाल विश्वविद्यालय और राजकीय आईटीआई जैसे प्रमुख संस्थानों से होगी।
उत्तराखंड के श्रीनगर के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। जल्द ही पंच पीपल से स्वीत तक 7.5 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है। नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में इस परियोजना को अंतिम स्वीकृति दे दी गई है।
यह बहुप्रतीक्षित परियोजना श्रीनगर शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के साथ-साथ पर्यटन और सामरिक दृष्टिकोण से भी बेहद अहम मानी जा रही है। एलिवेटेड रोड बनने से न केवल स्थानीय ट्रैफिक का दबाव कम होगा, बल्कि चारधाम यात्रा के दौरान लगने वाले जाम से भी यात्रियों को राहत मिलेगी।
डॉ. धन सिंह रावत की पहल लाई रंग
कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस परियोजना को मंजूरी दिलाने के लिए केंद्र में प्रभावशाली पैरवी की। बैठक में उन्होंने श्रीनगर की जमीनी स्थिति, ट्रैफिक की चुनौतियों और सामरिक महत्व को प्रमुखता से रखा। नतीजतन, केंद्रीय मंत्री ने एलिवेटेड रोड को हरी झंडी देते हुए अधिकारियों को डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार कर जल्द से जल्द निर्माण शुरू करने के निर्देश दिए।
डॉ. धन सिंह रावत ने जानकारी दी कि यह एलिवेटेड रोड अलकनंदा नदी के किनारे से होकर गुजरेगा और इसकी कनेक्टिविटी रेलवे स्टेशन, श्रीनगर बाजार, एनआईटी श्रीनगर, एसएसबी ट्रेनिंग सेंटर, गढ़वाल विश्वविद्यालय और राजकीय आईटीआई जैसे प्रमुख संस्थानों से होगी। इससे स्थानीय आवागमन के साथ ही शैक्षिक और प्रशासनिक गतिविधियों में भी सुविधा मिलेगी।
पर्यटन और सामरिक दृष्टि से अहम
यह परियोजना सामरिक और पर्यटक दृष्टिकोण से भी खास महत्व रखती है। इससे क्षेत्र में विकास को नई गति मिलेगी और चारधाम यात्रा में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिलेगी। परियोजना को मंजूरी मिलने के बाद डॉ. धन सिंह रावत ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार जताया और उन्हें मां धारी देवी मंदिर के दर्शन करने व चारधाम यात्रा में शामिल होने का न्योता दिया, जिसे मंत्री ने सहर्ष स्वीकार किया।
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