कोरोना काल में एक तरफ वायरस लोगों की जान ले रहा है तो दूसरी तरफ उत्तराखंड के चमोली में प्राकृतिक आपदा ने एक बार फिर भारी नुकसान पहुंचाया है। अब तक 8 लोगों की मौत की खबर है। राहत एवं बचाव अभियान जारी है।
कोरोना काल में उत्तराखंड में एक बार फिर आपदा ने तबाही मचाई है। चमोली जिले के नीति घाटी में सुमना में ग्लेशियर टूटने से कई लोगों की मौत हो गई है। भारतीय सेना की ओर से जानकारी दी गई है कि अब तक 384 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है। 8 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं।
भारतीय सेना के सेंट्रल कमांड ने बताया कि बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) का एक कैंप कल यानी 23 अप्रैल को आपदा की चपेट में आ गया था। चीन की सीमा से सटे जोशीमठ सेक्टर के सुमना इलाके में यह घटना हुई है।
Uttarakhand | 384 persons have been rescued so far. 6 of them are critical and currently under medical treatment. 8 bodies have been recovered. Rescue operation in progress: Indian Army
— ANI (@ANI) April 24, 2021
चमोली में भारत और चीन सीमा को जोड़ने वाली सड़क पर सुमना-2 के पास भारी बर्फबारी हुई है। बताया जाता है कि इसी कारण ग्लेशियर टूट गया। कई दिनों से पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार बारिश और बर्फबारी हो रही है। सीएम तीरथ सिंह रावत लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
उधर, शनिवार सुबह सीएम तीरथ सिंह रावत और राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने घटनास्थल का हवाई दौरा किया और फिर अधिकारियों से मुलाकात कर जानमाल के नुकसान की जानकारी ली।
सेना, ITBP, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, और जिला प्रशासन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से जुटे हैं। राहत और बचाव कार्य अभी भी तेजी से जारी है। pic.twitter.com/25cZlwiSJJ
— Tirath Singh Rawat (मोदी का परिवार) (@TIRATHSRAWAT) April 24, 2021
सीएम तीरथ ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हैं। उन्होंने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह ने नीति घाटी के सुमना में ग्लेशियर टूटने की सूचना का तत्काल संज्ञान लिया है। उन्होंने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए उत्तराखंड को पूरी मदद देने का आश्वासन दिया है और आईटीबीपी को सतर्क रहने के निर्देश दिये हैं।
शाम को खबर मिलते ही सीएम ने जिला प्रशासन को मामले की पूरी जानकारी प्राप्त करने के निर्देश दिए। एनटीपीसी एवं अन्य परियोजनाओं में रात के समय काम रोकने के आदेश दे दिए गए ताकि कोई अप्रिय घटना ना होने पाये।
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