दिल्ली विधानसभा चुनाव में सियासी दलों द्वारा उत्तराखंड के लोगों की अवहेलना से रूष्ट प्रवासी आए एक मंच पर

दिल्ली विधानसभा चुनाव में सियासी दलों द्वारा उत्तराखंड के लोगों की अवहेलना से रूष्ट प्रवासी आए एक मंच पर

दिल्ली में फरवरी में आम चुनाव होने वाले हैं और सभी पार्टियां अपने उम्मीदवारों का चयन करने में लगे हुए हैं। उत्तराखंड के प्रवासीसियों की चाहत रही है कि दिल्ली विधानसभा में हमारा प्रतिनिधित्व हो। इसलिए उत्तराखंड के समस्त संगठन एक मंच पर आकर अपनी आवाज बुलंद करे।

सी एम पपनै

दिल्ली विधानसभा के आगामी चुनावों में राजनैतिक दलों द्वारा उत्तराखंड के करीब तीस-पैंतीस लाख प्रवासियों की अवहेलना करने से रूष्ट हुए प्रबुद्ध प्रवासियों द्वारा 29 दिसंबर को गढ़वाल सदन कड़कड़डूमा सभागार में सुप्रसिद्ध सामाजिक संस्था ‘उत्तराखंड महापंचायत’ के बैनर तले जुड़े समस्त उत्तराखंड जन-समुदाय के करीब पांच सौ नामी गिरामी डॉक्टरो, इंजीनियरो, अधिवक्ताओं, व्यवसायियों, समाजसेवियों, सांस्कृतिक संस्थाओं से जुड़े कलाकारों, पत्रकारों, गृहणियों इत्यादि इत्यादि द्वारा संगठित होकर सर्वसम्मति से एक बहुत बड़ा ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है।

‘उत्तराखंड महापंचायत’ अध्यक्ष कुंदन सिंह रावत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सतीश नेगी, डॉ. शरद पांडे, डॉ. तारा सिंह, डॉ.बसंत कांडपाल, चंद्र मोहन पपनै, मानवेंद्र देव मनराल, मदन लाल उनियाल, पूरन सिंह खाती, सुन्दर सिंह रावत, महेश उपाध्याय, के एस बिष्ट, कपिल जोशी, बिशन हरियाला, दीपा पटवाल, देवकी बिष्ट, नीमा, सुरेन्द्र सिंह गुसाई, शिव सिंह ‘बूबू’, उत्तराखंड महापंचायत संयोजक हरदा उत्तरांचली इत्यादि इत्यादि द्वारा विचार व्यक्त कर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया दिल्ली के आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड का कोई भी व्यक्ति किसी भी दल या किसी भी रूप में चुनाव लड़ रहा हो उत्तराखंड का जनमानस उसका समर्थन करेगा उत्तराखंड के उस प्रत्याशी को भारी बहुमत से जिताने को महापंचायत से जुड़े हजारों लोग प्रतिबद्ध होंगे।

सियासी दलों की सोच और दांव पेचों को चुनौती देने के लिए उपस्थित प्रबुद्ध जनों द्वारा एकमत और सर्वसम्मति से मिनी उत्तराखंड के नाम से जाने जाने वाली बुराड़ी विधानसभा सीट से महिला प्रत्याशी के रूप में प्रेमा रावत ‘उत्तरांचली’ के नाम पर सहमति व्यक्त कर उन्हें भारी बहुमत से जिताने का आह्वान किया गया। ढोल-दमाउ की गूंजती स्वर लहरियों में प्रेमा रावत का दर्जनों प्रबुद्ध जनों व बुराड़ी के लोगों व मातृशक्ति द्वारा माल्यार्पण किया गया। उपस्थित मातृशक्ति द्वारा प्रेमा रावत का नाम घोषित होने पर हर्ष व्यक्त कर पूर्ण रूप से साथ देने व जिताने का वायदा किया गया। नारे लगाए गए ‘हमारा नेता कैसा हो, प्रेमा रावत जैसा हों।’

खचाखच भरे सभागार में उपस्थित लगभग सभी वक्ताओं द्वारा राजनैतिक दलों द्वारा दिल्ली में उत्तराखण्ड समाज के करीब तीस-पैंतीस लाख लोगों की भावनाओं की घोर अवहेलना पर निंदा की गई। भारी रोष व्यक्त कर बेबाक होकर व्यक्ताओं द्वारा कहा गया, उत्तराखंड के प्रवासियों से राजनैतिक दल हर प्रकार का दांवपेच युक्त काम तो करवाते आए हैं परन्तु चुनाव में उन्हें प्रत्याशी लायक नहीं समझा जाता है, जो छल कपट और बदनियती की सोच के सिवाय और कुछ नहीं है।

उत्तराखंड प्रवासी समाज के जाने माने प्रबुद्ध जनों द्वारा बेबाक होकर कहा गया, दिल्ली प्रवास में प्रवासरत उत्तराखंड के प्रवासियों को स्वाभिमान के साथ संकल्प लेकर एक आवाज देकर एक मंच पर आकर दिल्ली में होने जा रहे आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी लाखों लोगों की शक्ति और एकजुटता का परिचय देकर राजनैतिक दलों की उत्तराखंड के प्रवासियों के प्रति जो बदनीयती की सोच रही है उस कपटी सोच को सबक सीखाना समय की मांग है।

वक्ताओं द्वारा कहा गया, एकजुट होकर अपने समाज को आगे बढ़ाने, अंचल के युवाओं का उद्धार करने हेतु अंचल के प्रबुद्ध जनों के विचारों को संग्रहित कर अपने समाज का उत्थान करना समय की नितांत जरूरत है। व्यक्त किया गया, कोई भी सरकारी, अर्ध सरकारी या कोई भी प्रतिष्ठान हो सब जगह उत्तराखंड के लोग किसी न किसी रूप में प्रतिष्ठित पदों पर अपना दायित्व ईमानदारी और निष्ठा से निभाते नजर आते हैं। राजनैतिक दलों से भी उत्तराखंड के लोग बड़े पैमाने पर जुड़े हुए हैं। देखा गया है राजनैतिक दलों द्वारा सदैव उत्तराखंड के लोगों को गुमराह किया जाता रहा है, उनका शोषण किया जाता रहा है। उत्तराखंड के तीस पैंतीस लाख उदार व निष्ठावान लोगों की परवाह राजनैतिक दल करते नजर नहीं आते हैं। राजनैतिक दलों की खोटी नियत को देख अब समय आ गया है समस्त उत्तराखंड के लोगों को एक जुट होकर राजनैतिक दलों को सबक सिखाना ही होगा, अंचल के प्रवासी बंधुओं की शक्ति व एकजुटता का अहसास करा कर राजनैतिक दलों को करारा जवाब देना ही होगा।

वक्ताओं द्वारा कहा गया, जिन अन्य समाजों का वोट प्रतिशत सात-आठ तथा दस से पंद्रह प्रतिशत तक है उनको संसद व दिल्ली विधानसभा में बड़ी संख्या में प्रत्याशी बनाया जाता है, राजनैतिक नेतृत्व प्रदान किया जाता है। उत्तराखंड के लोगों का दिल्ली में वोट प्रतिशत करीब बीस से पच्चीस प्रतिशत तक है, कई-कई विधानसभा सीटों पर वोट प्रतिशत चालीस प्रतिशत से ऊपर है, इसके बावजूद उत्तराखंड के लोगों को गुमराह कर उनके हक को अनदेखा व दरकिनार किया जाता रहा है, जो सरासर अन्याय है, निंदनीय है।

सभी लोगों ने कहा कि उत्तराखंड के एक से बढ़ कर एक बुद्धिजीवी हैं जो दिल्ली के समस्त जन के सरोकारों हेतु ईमानदारी व निष्ठा से अच्छा काम कर सकते हैं। समाज को राजनैतिक तौर पर एक अच्छी दिशा प्रदान कर सकते हैं। जनहित में बड़ा योगदान दे सकते हैं ऐसे बुद्धिजीवियों को राजनैतिक दल प्रत्याशी बना कर अंचल के लोगों का भी उद्धार करवा सकते हैं। लेकिन राजनैतिक दलों ने उत्तराखंड के लोगों व समाज की भावनाओं को छल कपट कर सदा दरकिनार ही किया गया है।

वक्ताओं द्वारा व्यक्त किया गया, ‘उत्तराखंड महापंचायत’ जो एक सामाजिक संस्था है जिसका गठन वर्ष 2017 में हरदा उत्तरांचली की जन सरोकारों की सोच पर किया गया है। सम्पूर्ण दिल्ली में जिस संगठन से जुड़े सैकड़ों सेवा मित्रों ने सामाजिक तौर दिल्ली के निगम बोध घाट सहित हिंडन घाट व अंचल के कई घाटों पर साफ सफाई का चुनौती पूर्ण कार्य कर लोगों का ध्यान आकर्षित कर ख्याति अर्जित की है। उत्तराखंड समाज को एक नई रोशनी से रूबरू कराया है। जन को समझाया है, ‘प्रयत्न करने से कभी चूकना नहीं चाहिए’, उक्त सोच पर ही यह गठित संगठन आगामी विधानसभा चुनाव में राजनैतिक दलों की घिनौनी राजनीति को चुनौती देने के वास्ते बुराड़ी विधानसभा सीट से प्रेमा रावत ‘उत्तरांचली’ को निर्दलीय प्रत्याशी बना कर एक नया इतिहास रचने जा रहा है।

वक्ताओं द्वारा कहा गया, दिल्ली के निगम बोध घाट व हिंडन घाट को हरिद्वार के घाटों की तरह बनाने तथा उत्तराखंड के लोगों के सरोकारों हेतु महापंचायत की सोच रही है लेकिन राजनैतिक, सामाजिक व आर्थिक कारणों से कदम बढ़ाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। जरूरी है राजनीति में भी उत्तराखंड के लोगों का प्रभुत्व हो, यह सब एकजुट होकर ही संभव हो सकता है।

अंचल के सभी प्रवासी जनों की चाहत रही है दिल्ली विधानसभा में हमारा प्रतिनिधित्व हो। अंचल के समस्त संगठन एक मंच पर आकर आवाज बुलंद करे, लोगों को प्रेरित करें। आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड के प्रत्येक प्रत्याशी को जिताने हेतु अंचल का हर व्यक्ति आगे आए। राजनैतिक दलों के नेतृत्व को ज्ञापन देकर अंचल के लोगों की एकजुटता का परिचय दें।

सर्व सम्मति से प्रेमा रावत का बुराड़ी विधान सभा से नाम घोषित होने पर उपस्थित प्रबुद्ध व अनुभवी लोगों द्वारा जीत हासिल करने हेतु रणनीति पर भी चर्चा की गई। कहा गया, बुराडी एक मिनी उत्तराखंड है। घर-घर जाकर उत्तराखंड समाज के लोगों सहित अन्य समाज के लोगों को भी प्रेमा रावत को समर्थन व वोट देने का आह्वान किया जाए। मतदान के दिन भारी संख्या में मतदान हेतु लोगों को घरों से मतदान केंद्र पर जाने हेतु प्रेरित किया जाए।

प्रेमा रावत के समर्थन में वक्ताओं द्वारा कहा गया, बुराड़ी विधानसभा सीट उत्तराखंड के लोगों की अस्तित्व की लड़ाई होगी, स्वाभिमान को बचाने की लड़ाई होगी। वक्ताओं द्वारा कहा गया, करीब चालीस प्रतिशत वोट उत्तराखंड के लोगों के बुराड़ी विधानसभा में हैं। महापंचायत से जुड़ी सैकड़ों लोगों की बुराड़ी टीम दिन रात चुनावी दंगल की देखरेख करेगी।

आयोजित बैठक में सर्व सम्मति से बुराड़ी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने हेतु चुनी गई प्रत्याशी प्रेमा रावत ‘उत्तरांचली’ द्वारा अपने संबोधन में बुराड़ी विधानसभा सीट से उन्हें भारी बहुमत से जिताने का आग्रह कर उत्तराखंड की दिल्ली प्रवास में अस्मिता को बचाने का आह्वान किया गया।

आयोजित आयोजन का मंच संचालन महापंचायत से जुड़े सेवा मित्र नरेंद्र सिंह रावत द्वारा बखूबी किया गया।

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