दुनिया में अपनी पहचान बना चुके नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (Nehru Institiute of Mountaineering) के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। इस संस्थान को 14 नवंबर 1965 को स्थापित किया गया था। यह भारत के प्रमुख पर्वतारोहण संस्थानों में से एक है। यह बच्चों और बड़ों को पर्वतारोहण और अन्य साहसिक प्रशिक्षण देता है।
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) और उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की संयुक्त टीम ने अक्टूबर 2018 में 13 दिन के अंतराल में गंगोत्री हिमालय की चार अनाम चोटियों का आरोहण कर रिकॉर्ड बनाया था। इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन ने इन अनाम चोटियों का आरोहण पहली बार किए जाने का प्रमाण पत्र भी दिया था। अब नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के नाम इसको लेकर एक और उपलब्धि जुड़ गई है।
दो साल पहले इन चार अनाम और कभी न चढ़ी गई चोटियों को एकसाथ फतह करने के लिए संस्थान का नाम लिम्का बुक ऑफ इंडिया रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। दरअसल, रिकॉर्ड दर्ज करने की अपनी कुछ प्रक्रिया होती है, जिसमें समय लगता है।
कुछ दिनों पहले संस्थान के अधिकारियों को प्रमाण पत्र मिला है। NIM के प्राचार्य कर्नल अमित बिष्ट के नेतृत्व में हुए इस अभियान में पर्वतारोही टीम ने गंगोत्री घाटी स्थित 6566 मीटर, 6557 मीटर, 6126 मीटर और 6086 मीटर ऊंची चार अनाम चोटियों पर तिरंगा फहराया था।
लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड की टीम ने आईएमएफ से इस अभियान की जानकारी जुटाकर जांच की और हाल में संस्थान को प्रमाण पत्र सौंपा। अब संस्थान इस अभियान को गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए भेज रहा है। आपको बता दें कि चार अनछुई चोटियों का आरोहण करने के बाद इस संपूर्ण पर्वत श्रृंखला को अटल श्रृंखला नाम देने की घोषणा की गई।
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