स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में धामी सरकार का बड़ा फैसला, राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज में पर्ची, बेड और एंबुलेंस का एक समान शुल्क

स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में धामी सरकार का बड़ा फैसला, राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज में पर्ची, बेड और एंबुलेंस का एक समान शुल्क

राज्य सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में आम जनता को बड़ी राहत दी है। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि सभी राजकीय मेडिकल कॉलेज में यूजर चार्जेज में एकरूपता लाने हेतु एक समान दर तय की गयी है। इससे पूर्व सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में यूजर चार्जेज की दरें भिन्न-भिन्न थी, जो कि संबंधित संस्थानों की स्थापना के समय निर्धारित की गयी थी।

धामी सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में आम जनता को बड़ी राहत दी है। प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में इलाज के लिए आने वाले मरीजों से अब एक समान यूजर चार्ज लिया जाएगा। ओपीडी, आईपीडी पर्ची बनाने से लेकर बेड और एंबुलेंस का एक समान शुल्क किया जायेगा। प्रदेश में पांच राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून, श्रीनगर, हरिद्वार, हल्द्वानी व अल्मोड़ा में संचालित हैं। इसके अलावा निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज रुद्रपुर व पिथौरागढ़ के संबद्ध चिकित्सालय भी संचालित हैं। इन मेडिकल कॉलेजों के अस्पतालों में मरीजों का पंजीकरण शुल्क, बेड, एंबुलेंस व अन्य पैथोलॉजी जांच की दरें अलग-अलग हैं। धामी सरकार ने राजकीय चिकित्सालयों की तर्ज पर मेडिकल कॉलेजों के अस्पतालों में यूजर चार्ज की एक समान दरें लागू करने का निर्णय लिया है। इसका सीधा लाभ इलाज के लिए आये मरीजों को मिलेगा।

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि सभी राजकीय मेडिकल कॉलेज में यूजर चार्जेज में एकरूपता लाने हेतु एक समान दर तय की गयी है। इससे पूर्व सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में यूजर चार्जेज की दरें भिन्न-भिन्न थी, जो कि संबंधित संस्थानों की स्थापना के समय निर्धारित की गयी थी। स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि एक समान यूजर चार्जेज होने से संपूर्ण राज्य के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में एकरूपता आने के साथ-साथ मरीजों को नवीन दरों का लाभ मिल सकेगा। उत्तराखण्ड राज्य के संपूर्ण जिला चिकित्सालयों में भी पूर्व से यही दरें निर्धारित की गयी है।

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने राजकीय मेडिकल कॉलेजों एवं सम्बद्ध चिकित्सालयों में यूजर चार्जेज के माध्यम से जो धनराशि प्राप्त होगी उसका उपयोग आम जनता की सुविधाओं हेतु व्यय किया जायेगा। जैसे…

1. रैन बसेरों का निर्माण एवं रख रखाव।
2. चिकित्सा क्षेत्र में शोध एवं अनुसंधान कार्य।
3. चिकित्सा शोध छात्रों को प्रोत्साहन।
4. बाल रोग विभागान्तर्गत दुग्ध बूथ।
5. दिव्यांगजनों हेतु सुविधाओं का विस्तारीकरण।
6. पिंक शौचालयों का निर्माण।

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि नई दरें लागू होने के बाद सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में ओपीडी पर्ची शुल्क 20 रुपये और आईपीडी पर्ची शुल्क 50 रुपये लिया जाएगा। मेडिकल कॉलेजों में जनरल वार्ड में प्रति बेड के 25 रुपये, प्राइवेट वार्ड में 300 रुपये और एसी वार्ड प्रति बेड के 01 हजार रुपये शुल्क लिया जाएगा। एंबुलेंस का किराया पांच किमी. तक 200 रुपये होगा। इसके बाद प्रति किमी. 20 रुपये लिया जाएगा।

रेडियोलॉजिस्ट व पैथोलॉजी जांच सीजीएचएस दरों पर राजकीय मेडिकल कॉलेजों में एक्स रे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एमआरआई, डायलिसिस की दरें केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) दरों के समान होंगी।

यूजर चार्ज की ये होंगी दरें

शुल्क का विवरण        दरें (प्रति मरीज)

ओपीडी पंजीकरण        20 रुपये
आईपीडी पंजीकरण      50 रुपये
जनरल वार्ड                  25 रुपये
प्राइवेट वार्ड                 300 रुपये
एसी वार्ड                     1000 रुपये

Hill Mail
ADMINISTRATOR
PROFILE

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked with *

विज्ञापन

[fvplayer id=”10″]

Latest Posts

Follow Us

Previous Next
Close
Test Caption
Test Description goes like this