भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास के आकस्मिक निधन के बाद बागेश्वर में उपचुनाव हो रहे हैं, जिसके लिए सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारी में भी लगे हुए हैं हालांकि सियासी खीचतान भी इस दौरान साफ तौर पर नजर आ रही है।
भाजपा ने बागेश्वर उपचुनाव में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय चंदनराम दास की पत्नी पार्वती दास को प्रत्याशी बनाया है, आज पार्वती दास ने अपना नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, कैबिनेट मंत्री सौरव बहुगुणा सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। सीएम धामी अल्मोड़ा से सड़क मार्ग बागेश्वर पहुंचे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि भाजपा बागेश्वर उपचुनाव में चंपावत उपचुनाव की तर्ज पर पहले से अधिक रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करेगी।
उन्होंने कहा कि बागेश्वर की जनता कांग्रेस की नकारात्मक राजनीति को दरकिनार कर अपने प्रिय नेता स्वर्गीय चंदन रामदास को ऐतिहासिक जीत के साथ श्रद्धांजलि देगी।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस उपचुनाव की दो महीने से तैयारी में जुटी है। विधानसभा चुनाव प्रबंधन टोली ने राज्य संसदीय बोर्ड को पांच नाम भेजे थे, जिनमें चंदन राम दास की पत्नी पार्वती दास, बेटा गौरव दास, पार्टी के वरिष्ठ नेता जेसी आर्य, दीपा आर्य व मथुरा प्रसाद के नाम शामिल थे।
भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास के आकस्मिक निधन के बाद बागेश्वर में उपचुनाव हो रहे हैं, जिसके लिए सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारी में भी लगे हुए हैं हालांकि सियासी खीचतान भी इस दौरान साफ तौर पर नजर आ रही है।
नेताओं के दल बदलने का सिलसिला भी लगातार जारी है, बागेश्वर से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे रंजीत दास के भाजपा का दामन थामने के बाद से कांग्रेस के पांव तले जमीन खिसक चुकी है वहीं इस बात से कांग्रेस के भीतर की गुटबाजी एक बार फिर से नजर आ रही है।
ठीक चुनाव से पहले प्रत्याशी का दूसरे दल में चले जाना कांग्रेस को बागेश्वर चुनाव में जमीन के बल पटक सकती है हालांकि कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने इस बात को पूरी तरह से नकारा है, शीशपाल बिष्ट का कहना है कि इस बार भाजपा को दाल बागेश्वर में नही गलेगी और कांग्रेस बागेश्वर में जीत दर्ज करेगी।
अब कांग्रेस ने बागेश्वर उपचुनाव में फहत हासिल करने के लिए एक मजबूत प्रत्याशी बिजनेस मेन बसन्त कुमार को चुनाव मैदान में उतारा हैं, कांग्रेस 17 अगस्त को प्रत्याशी का नामांकन करेगी।
कांग्रेस ने बागेश्वर से आम आदमी पार्टी का विलय कांग्रेस में करा कर आप के पूर्व प्रत्याशी बसन्त कुमार को चुनाव में उतारने के बाद कांग्रेस को बागेश्वर से जीत के समीकरण दिख रहें हैं, कांग्रेस मान रही रही हैं, कि कांग्रेस के 19 हजार वोटों में बसन्त कुमार के 16 हजार वोट और जुड़ जाय तो कांग्रेस कि जीत तय है।
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