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अभी हाल ही में रीता बहुगुणा जोशी ने अपनी पुस्तक ‘हेमवती नंदन बहुगुणा: द कंडक्टर ऑफ इंडियन पब्लिक कॉन्शियसनेस’ में लिखा है कि इंदिरा गांधी को डर था कि उनके पिता उनसे प्रधानमंत्री की कुर्सी छीन लेंगे, इसलिए वह उनके खिलाफ साजिश करती थीं। इंदिरा
READ MOREकेदारनाथ मंदिर के कपाट 6 मई से भक्तों के लिए खोला जाएंगे। जो भक्त मंदिर जाने की योजना बना रहे हैं, वे अब ऑनलाइन हेलीकॉप्टर सेवा बुक कर सकते हैं।
READ MOREहिमालय की गोद में बसे उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से जाना जाता है। यह पुण्य भूमि कई देवी-देवताओं का निवास स्थान है। चार धामों वाला यह दिव्य क्षेत्र मनमोहक प्राकृतिक आकर्षणों, घने जगंलों और हिम पर्वतों से घिरा है। उत्तराखंड विश्व पटल पर भारत के प्रमुख धार्मिक केंद्रों का प्रतिनिधित्व करता है। उत्तराखंड को भगवान महादेव की तपस्थली कहा जाता है। यहां कई ऐसे शिवालय हैं जिनका इतिहास कई युगों पुराना है। कई का इतिहास रामायण, महाभारत काल से सीधा जुड़ा है। उत्तराखंड के देहरादून में एक ऐसा ही मंदिर है टपकेश्वर महादेव।
READ MOREउत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर के पंचूर गांव का एक युवा भारतीय राजनीति में इतना बड़ा मुकाम हासिल कर लेगा, इसकी कल्पना शायद ही कभी किसी ने की होगी। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ राष्ट्रीय फलक पर चमक रहे उस सितारे की तरह हैं, जिसका प्रकाश आने वाले दिनों में और व्यापक होने वाला है। भाजपा की नई पीढ़ी के नेताओं के योगी आदित्यनाथ सबसे बड़े नायक है। योगी को पंसद करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उनके मामले में यह चाहत महज किसी राज्य तक सीमित नहीं है। उनके प्रति आकर्षण का स्वरूप राष्ट्रव्यापी है।
READ MOREमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की नई सरकार 25 मार्च को इकाना स्टेडियम में शाम चार बजे शपथ ग्रहण लेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उप मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और राज्यमंत्री शपथ लेंगे। योगी आदित्यनाथ ने इस जीत के साथ ही अपने नाम कई रिकॉर्ड दर्ज कर लिये थे। सत्ता वापसी के बाद योगी आदित्यनाथ ने 37 साल से चले आ रहे मिथक को तोड़ दिया था। यूपी में पिछले 37 साल से कोई भी सरकार लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज होने में कामयाब नहीं हुई थी लेकिन योगी सरकार ने यह काम करके दिखा दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दूसरी बार सीएम की शपथ लेंगे।
READ MOREफूलदेई के दिन सुबह-सुबह छोटे-छोटे बच्चे अपनी रिंगाल की टोकरियों में बुरांश और फ्योंलि के फूल रख कर घर-घर जाते हैं। सबके दरवाजे पर फूल चढ़ाकर फूलदेई के गीत गाते हैं। फूलदेई छम्मा देई और लोग उन्हें बदले में चावल, गुड़ और पैसे देते हैं। देवताओं का स्वरूप बच्चे सभी की देहरी में फूल डाल कर समृद्धि की कामना करते हैं।
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दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट एसीपी ललित मोहन नेगी 35 साल की सेवा के बाद आज सेवानिवृत हो रहे हैं वह अभी तक 47 (10 पाकिस्तानी आतंकवादी और 37 अंडरवर्ल्ड/गैंगस्टर) को मौत के घाट उतार चुके हैं।
READ MOREनरेश सजवाण पहले मसूरी में डीआरडीओ में संविदा पर नौकरी करते थे पिता के निधन के बाद उन्होंने गांव में ही स्वरोजगार करने की ठानी और आज वह अपने इस प्रयास में सफल हुए हैं। वह गांव में रहकर ही अच्छी आमदनी कमा रहे हैं और वह यहां के युवाओं के लिए एक प्रेरणा बनकर उभरे हैं।
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