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देवभूमि के लाल महावीर चक्र विजेता राइफलमैन जसवंत सिंह रावत को उनकी जयंती पर शत् शत् नमन। उन्होंने 1962 के युद्ध में चीनी सेना के 300 से ज्यादा सैनिकों को मार गिराया था और बाद में खुद मां भारती की रक्षा करते हुए शहीद हो गये।
READ MOREआजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत देशभर में चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की कड़ी में 23वीं वाहिनी, भा.ति.सी.पु. बल सीमाद्वार कैंप परिसर देहरादून में प्रभात फेरी/रैली का आयोजन किया गया।
READ MOREहाल के वर्षों में देवभूमि के कई सपूत देश की रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में अहम जिम्मेदारियां निभाते आ रहे हैं। उत्तराखंड से लगाव होने के कारण ये सभी लोग अपने राज्य के लिए क्या कर सकते हैं इस बारे में एडमिरल संदीप नैथानी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की।
READ MOREकारगिल युद्ध में देवभूमि उत्तराखंड के 75 जांबाज सैनिक शहीद हुए थे। मातृभूमि पर सर्वस्व न्यौछावर करने वाले अमर बलिदानी भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, मगर इनकी यादें हमारे दिलों में हमेशा के लिए बसी रहेंगी। प्रदेश में सैनिकों के सम्मान और उनके आश्रितों के कल्याण के लिए राज्य सरकार निरंतर अग्रसर है।
READ MOREकारगिल युद्ध के आज 24 साल पूरे हो गये हैं इस युद्ध में भारतीय सेना के 527 सैनिक शहीद हो गये थे वहीं 1363 गंभीर रूप से घायल हुए थे। इस लड़ाई में उत्तराखंड के 75 योद्धाओं ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था।
READ MOREकारगिल युद्ध में उत्तराखंड के 75 योद्धाओं ने सर्वोच्च बलिदान दिया था। इस युद्ध में भारतीय सेना के 527 सैनिक शहीद हो गये थे वहीं 1363 गंभीर रूप से घायल हुए थे।
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उत्तराखंड को हमेशा से वीरों की भूमि कहा जाता है इस भूमि ने देश को अनेक वीर योद्धा दिये हैं जिन्होंने अपने योगदान से देश का नाम रौशन किया है। उनमें से एक नाम कर्नल अजय कोठियाल का भी है। जिन्होंने पहले 29 साल देश की सेवा की और अब उत्तराखंड राज्य की सेवा कर रहे हैं।
READ MOREअसम राइफल्स ने पूर्वोत्तर के सभी राज्यों की टीमों के लिए असम राइफल्स वार्षिक महिला फुटबॉल टूर्नामेंट के दूसरे संस्करण का आयोजन किया। असम राइफल्स के उपनाम ‘पूर्वोत्तर के प्रहरी’ के अनुरूप इसे सेंटिनल्स कप नाम दिया गया।
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