चारधामो में हो रही मौतों का आंकड़ा 30 पहुँच चुका है। जिसके चलते अब प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाते हुए कड़े आदेश दिए है।आदेशनुसार अब 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति बिना स्वास्थ्य परीक्षण के यात्रा नही कर पाएंगे। केदारनाथ धाम में हृदयगति रुकने
चारधामो में हो रही मौतों का आंकड़ा 30 पहुँच चुका है। जिसके चलते अब प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाते हुए कड़े आदेश दिए है।आदेशनुसार अब 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति बिना स्वास्थ्य परीक्षण के यात्रा नही कर पाएंगे।
केदारनाथ धाम में हृदयगति रुकने से अब तक दस श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। इसी को देखते हुए सोनप्रयाग में ऐसे श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है।हृदयगति रुकने से हो रही मौतों को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है।
अब 50 वर्ष से अधिक उम्र के श्रद्धालु स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही केदारनाथ जा सकेंगे। धाम में हृदयगति रुकने से हो रही मौतों को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। सोनप्रयाग में ऐसे श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। शुक्रवार को स्वास्थ्य परीक्षण में चार श्रद्धालु अनफिट मिले, जिन्हें केदारनाथ नहीं जाने दिया गया।
केदारनाथ धाम में हृदयगति रुकने से अब तक दस श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। इसी को देखते हुए 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले श्रद्धालुओं की जांच को स्वास्थ्य विभाग ने सोनप्रयाग चार टीम तैनात की हैं। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि 50 वर्ष से अधिक उम्र के श्रद्धालुओं का अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। बताया कि पड़ाव पर श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी जरूरी जानकारियां भी दी जा रही हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि कई श्रद्धालु बिना गर्म कपड़ों के ही केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं और वहां हाइपोथर्मिया का शिकार हो जा रहे हैं। इसकी मुख्य वजह श्रद्धालुओं को केदारपुरी के मौसम की बारे में सही जानकारी न होना है। इसके अलावा बीमार बुजुर्ग भी केदारनाथ पहुंच रहे हैं, जिनके स्वास्थ्य की जांच जरूरी है।
Leave a Comment
Your email address will not be published. Required fields are marked with *