ऊर्जा निगम के ईई एसके सहगल ने बताया कि पालिका पर ऊर्जा निगम का 4 करोड़ 12 लाख रुपए बकाया है। कई बार नोटिस देने के बाद भी पालिका की ओर से बिल का भुगतान नहीं किया तो मजबूरन नोटिस देकर स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन काटना पड़ा।
सरोवर नगरी के नाम से प्रसिद्ध नैनीताल शहर अचानक अंधेरे में डूब गया। 19 मार्च की शाम अचानक नैनीताल शहर की लाइटें जलना बंद हो गईं। जानकारी से पता चला कि ऊर्जा निगम ने नगर पालिका के स्ट्रीट लाइट्स का कनेक्शन काट दिया है। लाइट कनेक्शन काटने से सड़कों पर ट्रैफिक की रफ्तार भी धीमी रही। जबकि पैदल चलने वालों को भी खासी परेशानी हुई। बताया जा रहा है पिछले साल भी ऊर्जा निगम ने शहर की लाइट काट दी थी।
दरअसल, नगर पालिका के स्ट्रीट लाइट का बिल प्रतिमाह दो से तीन लाख रुपए आता है। लंबे समय से बिल नहीं भरने के कारण नगर पालिका, ऊर्जा निगम क चार करोड़ से ज्यादा का बकाएदार हो गया है। ऊर्जा निगम ने नगर पालिका को होली से पहले नोटिस देकर बिल जमा करने के लिए कहा था। लेकिन पालिका की ओर से बिल जमा नहीं किया गया। जिस कारण ऊर्जा निगम ने पालिका की स्ट्रीट लाइट्स के कनेक्शन काट दिए। जिसके चलते शाम से ही पूरे शहर में अंधेरा छा गया। शहर में रात को स्ट्रीट लाइट नहीं जलना लोगों के चर्चा का विषय बना हुआ है।
ऊर्जा निगम के ईई एसके सहगल ने बताया कि पालिका पर ऊर्जा निगम का 4 करोड़ 12 लाख रुपए बकाया है। कई बार नोटिस देने के बाद भी पालिका की ओर से बिल का भुगतान नहीं किया तो मजबूरन नोटिस देकर स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन काटना पड़ा।
बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है जब नगर पालिका द्वारा बिल जमा न करने पर शहर की स्ट्रीट लाइटों के कनेक्शन काट दिया गया। पिछले साल भी स्ट्रीट लाइट का बिल जमा न होने पर ऊर्जा निगम ने शहर की स्ट्रीट लाइट के कनेक्शन काट दिए थे। उस दौरान करीब 12 दिन तक नैनीताल को अंधेरे में रहना पड़ा था। शहर को अंधेरे में डूबा देख मामला हाईकोर्ट की शरण में भी पहुंचा था। कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद नैनीताल शहर में स्ट्रीट लाइट जली थी। वहीं एक बार फिर से ऊर्जा निगम ने बिल जमा न होने पर स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन काट दिया है। जिससे नैनीताल शहर अंधेरे में डूब गया है।
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