बाबा विश्वनाथ माँ जगदीशिला की 23 वीं डोली रथ यात्रा नंदा देवी राजजात यात्रा के अंतिम सीमांत वाण गांव में पहुंची। जहां ग्रामीणों ने डोली का भव्य स्वागत किया। बुधवार को सुबह डोली वाण गांव में स्थित भगवान लाटू देवता के मंदिर में पहुंची और पूजा अर्चना के पश्चात नंदा देवी चौक में श्रद्धालुओं को आशीष वचन दिया और उनकी कुशलक्षेम की कामना करते हुये रात्रि विश्राम के लिए डोली भराडी बाराही मंदिर, कपकोट के लिए रवाना हो गयी। वाण गांव के समस्त ग्रामीणों नें डोली रथ यात्रा का भव्य स्वागत किया।
रिपोर्ट- संजय चौहान
बाबा विश्वनाथ माँ जगदीशिला की 23 वीं डोली रथ यात्रा नंदा देवी राजजात यात्रा के अंतिम सीमांत वाण गांव में पहुंची। जहां ग्रामीणों ने डोली का भव्य स्वागत किया। बुधवार को सुबह डोली वाण गांव में स्थित भगवान लाटू देवता के मंदिर में पहुंची और पूजा अर्चना के पश्चात नंदा देवी चौक में श्रद्धालुओं को आशीष वचन दिया और उनकी कुशलक्षेम की कामना करते हुये रात्रि विश्राम के लिए डोली भराडी बाराही मंदिर, कपकोट के लिए रवाना हो गयी। वाण गांव के समस्त ग्रामीणों नें डोली रथ यात्रा का भव्य स्वागत किया।
गौरतलब है कि बाबा विश्वनाथ और माँ जगदीशिला की ये 23 वी डोली रथ यात्रा आयोजित हो रही है। टिहरी जनपद के ग्यारह गांव हिदांव के विशोन पर्वत से 11 मई 2022 को ये रथ यात्रा शुरू हुई थी और हरिद्धार से प्रारंभ होकर उत्तराखंड के 13 जिलों की 10 हजार पांच सौ की दूरी तय करने के पश्चात 9 जून 2022 को गंगा दशहरे के दिन विशोन पर्वत के नीलाछाड में सम्पन्न होगी।
Leave a Comment
Your email address will not be published. Required fields are marked with *