अप्रैल से जून तक गर्मी से राहत के लिए मैदानी क्षेत्र से लोग नैनीताल पहुंचते हैं। इस वर्ष तराई क्षेत्र के साथ पहाड़ों में भी गर्मी बढ़ने लगी है। इन दिनों उमस बढ़ने से नैनीताल में पंखे और फ्रिज चलने लगे हैं। बुधवार को नैनीताल का तापमान बढ़कर 30 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जो सीजन में सबसे ज्यादा है। बीडी पांडे अस्पताल के पीएमएस डॉ. एमएस दुग्ताल ने बताया कि बढ़ती गर्मी के बीच लोग ज्यादा बीमार पड़ने लगे हैं। लोगों को जरूरी परामर्श दिया जा रहा है।
नैनीताल में उमस से स्थानीय लोगों के साथ पर्यटक भी परेशान होने लगे हैं। बुधवार को नैनीताल का अधिकतम पारा 30 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जो बीते पांच वर्षों में इस तिथि को सबसे ज्यादा है। इस कारण पहाड़ में भी पंखे और कूलर की जरूरत पड़ने लगी है।
अप्रैल से जून तक गर्मी से राहत के लिए मैदानी क्षेत्र से लोग नैनीताल पहुंचते हैं। इस वर्ष तराई क्षेत्र के साथ पहाड़ों में भी गर्मी बढ़ने लगी है। इन दिनों उमस बढ़ने से नैनीताल में पंखे और फ्रिज चलने लगे हैं। बुधवार को नैनीताल का तापमान बढ़कर 30 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जो सीजन में सबसे ज्यादा है। बीडी पांडे अस्पताल के पीएमएस डॉ. एमएस दुग्ताल ने बताया कि बढ़ती गर्मी के बीच लोग ज्यादा बीमार पड़ने लगे हैं। लोगों को जरूरी परामर्श दिया जा रहा है।
बीते पांच सालों में 29 मई को नैनीताल का तापमान
2020 – अधिकतम तापमान 22 व न्यूनतम मापमान 13 डिग्री सेल्सियस
2021 – अधिकतम तापमान 24 व न्यूनतम मापमान 13 डिग्री सेल्सियस
2022 – अधिकतम तापमान 21 व न्यूनतम मापमान 14 डिग्री सेल्सियस
2023 – अधिकतम तापमान 20 व न्यूनतम मापमान 12 डिग्री सेल्सियस
2024 – अधिकतम तापमान 30 व न्यूनतम मापमान 21 डिग्री सेल्सियस
नौतपा के असर से तपा कुमाऊं
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