देश में लॉकडाउन हो गया है पर घबराने की जरूरत नहीं, ये हमारे भले के लिए उठाया गया फैसला है। ऐसे में परेशानियों को भूलकर 21 दिनों की तपस्या करने का वक्त है। इस दौरान बंद कमरों में रहते हुए हम क्या कर सकते हैं, आइए कुछ प्रमुख कामों को देखते हैं।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की गई है। लॉकडाउन यानी रेल, बस, हवाई जहाज सब ठप। सरकार की पूरी कोशिश है कि कोरोना के संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ा जाए क्योंकि यही एक उपाय है जिससे भारतीयों की जान बचाई जा सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए बिल्कुल स्पष्ट कहा कि इन 21 दिनों तक अपने आप को घर में बंद कर लें क्योंकि आप जितनी बार घर से बाहर निकलेंगे यह खतरा बना रहेगा कि कहीं आपके साथ घर में कोरोना का संक्रमण तो नहीं आ रहा।
जनता कर्फ्यू की तरह उम्मीद की जा रही है कि देश के लोग हालात की गंभीरता को समझते हुए घर के गेट पर आभासी लक्ष्मण रेखा खींचेंगे और उसका उल्लंघन नहीं करेंगे। वैसे भी जान है तो जहान है, पहली प्राथमिकता तो जान बचाने की है, उसके बाद ही दूसरे काम हो सकेंगे।
आइए अब समझते हैं कि जब 21 दिनों तक आपको घर पर ही रहना है तो बंद कमरों में हम क्या कर सकते हैं, जिससे बोरियत भी न हो और खुशी-खुशी जंग के ये तीन हफ्ते भी कट जाएं। इसे सिलसिलेवार तरीके से जानते हैं कि घर के अंदर हम कौन से काम कर सकते हैं-
1- परिवार के साथ वक्त बिताएं
आमतौर पर हम हफ्ते में पांच या फिर 6 दिन काम करते हैं और फिर एक या दो दिन ही परिवार के साथ बिताने के लिए मिलता है। बाकी के दिनों में तो इतनी भागमभाग लगी रहती है कि न तो किसी से अच्छे से बात हो पाती है और न ही हम परिवार के साथ फुरसत से बैठकर चाय पी पाते हैं। सब कुछ जल्दी-जल्दी होता है। अब जब 21 दिन घर के अंदर ही रहना है तो क्यों न इसे टेंशन नहीं एक अवसर के तौर पर लिया जाए। जी हां, आप अपने परिवार, पति, पत्नी, बच्चों, दादा-दादी के साथ क्वॉलिटी टाइम बिताइए। पुराने एलबम खंगालिए, बच्चों की बर्थडे पार्टी, अपनी शादी के वीडियो देखिए और अब तक की अपनी जिंदगी के लिए ऊपर वाले का शुक्रिया अदा कीजिए।
2- पापा सब्जी भी बना सकते हैं..
अक्सर पापा यह कहकर बच निकलते हैं कि वैसे तो मैं काफी अच्छी सब्जी बना लेता हूं पर काम का प्रेशर और ऑफिस जाने की इतनी जल्दी रहती है इसलिए वक्त नहीं निकाल पाता। अब मौका मिल गया है और अगर आपकी रुचि खाना बनाने में है या आप बड़े शौक से पत्नी, बच्चों और पूरे परिवार को अपने हाथ से बनी सब्जी, दाल या कोई स्पेशल डिश बनाकर खिलाना चाहते हैं तो देर किस बात की। कम से कम एक दिन के लिए जीवनसाथी को आराम दीजिए और संभाल लीजिए किचन की कमान।
3- कुछ नया भी ट्राई कर सकते हैं
आम तौर पर खाना खाने या नाश्ता करने का हमारा सेट पैटर्न होता है और हम वही खाते हैं। इन 21 दिनों में किसी दिन आप यूट्यूब वीडियो या ऑनलाइन साइट की मदद से कुछ नया ट्राई कर सकते हैं। थोड़ा समझने में वक्त लगेगा और उसके बाद आपकी डिश परिवार के सदस्यों के चेहरों पर भी मुस्कान ला सकती है। आपको भी सुकून और खुशी मिलेगी कि आप एक नई डिश बनाना सीख गए।
4- फिल्मों के हैं शौकीन?
आप अगर बॉलीवुड, हॉलीवुड या फिर अपने प्रदेश की बोली में गीतों के शौकीन हैं तो वक्त मिला है आनंद लीजिए। बेहतरीन फिल्में देख सकते हैं जो अभी तक आप सोचते आ रहे थे कि किसी संडे को देखेंगे और आज तक आपको वक्त ही नहीं मिला। कुछ लोग अपनी स्थानीय भाषा जैसे गढ़वाली, कुमाऊंनी, भोजपुरी, हरियाणवी, पंजाबी आदि में फिल्में या वीडियो देखना पसंद करते हैं तो आप भी अपना शौक पूरा कर सकते हैं।
5- पढ़ने से अच्छा कुछ नहीं
बुक शेल्फ में ढेरों किताबें जमाकर रखी हैं यार! पर कम्बख्त नौकरी करें या किताबें पढ़ें… हो सकता है आपने भी किसी से ये लाइनें सुनीं हों। पर अब पूरे तीन हफ्ते मिले हैं शुरू कीजिए और पढ़ डालिए अपने पसंद की किताबें। इससे आपका समय भी अच्छा कटेगा और 21 दिन बाद आपको सुकून भी होगा कि इन मुश्किल दिनों में भी आपने ये किताबें पढ़ डालीं।
ऐसी और भी कई चीजें हैं जो आप इन 21 दिनों में कर सकते हैं। याद रखिए इन 21 दिनों की तपस्या आपको, आपके पूरे परिवार को सुरक्षित रखेगी इसलिए घर की दीवारों के अंदर ही रहें और एक नए तरह का अनुभव महसूस करें।
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