निम के प्रिंसिपल कर्नल अमित बिष्ट के अनुसार, नौसेना के पर्वतारोहियों का 20 सदस्यीय दल 15 दिन पहले 7120 मीटर ऊंची त्रिशूल चोटी के आरोहण के लिए अभियान शुरू किया था। पहली अक्टूबर को समिट के लिए बढ़ते समय यह दल यहां हुए हिमस्खलन की चपेट में आ गया। इसमें नौसेना के पांच पर्वतारोही और एक पोर्टर लापता हो गए। शनिवार को चार पर्वतारोहियों के शव बरादम कर लिए गए हैं।
पहली अक्टूबर को उत्तराखंड में माउंट त्रिशूल पर एवलांच यानी हिमस्खलन की चपेट में आए नौसेना के 5 पर्वतारोहियों में से 4 के शव बरामद कर लिए गए हैं। पांचवें पर्वतारोही और एक पोर्टर की तलाश के लिए राहत एवं बचाव अभियान जारी है। इस हादसे में जान गंवाने वाले नौसेना के पर्वतारोहियों में उत्तराखंड के अनंत कुकरेती भी शामिल हैं।
नौसेना प्रवक्ता की ओर से जारी बयान के मुताबिक, नौसेना के पांच लापता पर्वतारोहियों में से चार से शव बरामद कर लिए गए हैं। मृतक जवानों की पहचान ले. कमांडर रजनीकांत यादव, ले. कमांडर योगेश तिवारी, ले. कमांडर अनंत कुकरेती और हरिओम के रूप में हुई है। नौसेना प्रमुख और नौसेना के सभी अधिकारियों की ओर से पर्वतारोहियों के परिजनों के प्रति दुख एवं संवेदना प्रकट की गई है। पांचवें पर्वतारोही और एक पोर्टर की तलाश के लिए अभियान जारी है।
All out efforts continue to locate the fifth naval climber and one Sherpa (2/2)@SpokespersonMoD @DefenceMinIndia @adgpi @IAF_MCC @HQ_IDS_India
— SpokespersonNavy (@indiannavy) October 2, 2021
शुक्रवार को माउंट त्रिशूल की चोटी पर आरोहण के दौरान नौसेना के 5 जवान और एक पॉर्टर हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे। शुक्रवार को जोशीमठ में मौसम खराब होने के कारण राहत-बचाव टीम को काफी दिक्कतें आईं। शनिवार को मौसम खुलते ही हेलीकॉप्टर के जरिये आर्मी, एयरफोर्स और एसडीआरएफ की टीमों ने नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रिंसिपल कर्नल अमित बिष्ट की अगुवाई में एक राहत अभियान चलाया।
इस दौरान हिमस्खलन वाले क्षेत्र में बर्फ में उनको चार व्यक्ति पड़े हुए दिखे लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं हो रही था। इसके बाद उनको निकालने के लिए अभियान चलाया गया। कुछ घंटे बाद ही निम और सेना की टीम ने चार पर्वतारोहियों के शव बरामद कर लिए। अभी दो लापता लोगों की तलाश जारी है।
निम के प्रिंसिपल कर्नल अमित बिष्ट के अनुसार, नौसेना के पर्वतारोहियों का 20 सदस्यीय दल 15 दिन पहले 7120 मीटर ऊंची त्रिशूल चोटी के आरोहण के लिए अभियान शुरू किया था। पहली अक्टूबर को समिट के लिए बढ़ते समय यह दल यहां हुए हिमस्खलन की चपेट में आ गया। इसमें नौसेना के पांच पर्वतारोही और एक पोर्टर लापता हो गए। शनिवार को चार पर्वतारोहियों के शव बरादम कर लिए गए हैं।
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