कोरोना काल में उत्तराखंड के चमोली जिले में इस साल आई आपदा सैकड़ों परिवारों को जीवनभर का दर्द दे गई। कई लोगों की कोई खबर नहीं मिली। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्यों ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर हालात का जायजा लिया।
राजेंद्र सिंह और लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन समेत एनडीएमए के सदस्यों ने चमोली जिले के फ्लैश फ्लड से प्रभावित इलाकों का दौरा किया। सदस्यों के साथ एनटीपीसी के जनरल मैनेजर तपोवन अहरिवार भी साथ थे। उन्होंने एनडीएमए के सदस्यों को सुरंग, बैराज साइट, डिसिल्टिंग टैंक दिखाए, जो गाद से करीब 11-15 मीटर भरे हुए थे।
आपको बता दें कि ऋषिगंगा नदी में सात फरवरी को अचानक आई बाढ़ से चमोली जिले के रैंणी और तपोवन क्षेत्र में जानमाल का भारी नुकसान हुआ था। आपदा में 204 व्यक्ति लापता हुए थे जिनमें से करीब 70 लोगों के शव ही बरामद हो सके।
एनडीएमए के सदस्य राजेंद्र सिंह ने अधिकारियों से बातचीत की और उन्हें आवश्यक दिशानिर्देश भी दिए।
एनडीएम की टीम ने रोप ब्रिजों और एक आरसीसी पुल का भी दौरा किया, जो बाढ़ में बह गए थे।
सदस्यों ने संयुक्त अध्ययन दल से मुलाकात की और टीम की जांच और फील्ड वर्क के बारे में संक्षिप्त रिपोर्ट ली।
1 comment
1 Comment
Satish Naudiyal
March 31, 2021, 9:59 pmExcellent reporting. Thanks.
REPLY