कैंसर के मरीजों के लिए बेस अस्पताल में खुली पैलिएटिव केयर ओपीडी एवं वार्ड

कैंसर के मरीजों के लिए बेस अस्पताल में खुली पैलिएटिव केयर ओपीडी एवं वार्ड

उत्तराखंड के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत एवं विधायक रूद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी ने कैंसर के मरीजों के लिए ऑन्कोलॉजी एंड पैलिएटिव केयर ओपीडी की सुविधा का शुभारंभ किया। इसके साथ ही गढ़वाल भर से आने वाले लोगों तथा चारधाम यात्रियों की सहायता हेतु हेल्प डेस्क का भी बेस अस्पताल शुभारंभ किया। जिससे लोगों को अस्पताल से संबंधी सभी प्रकार की जानकारी लेने में सहायता मिलेगी।

बेस अस्पताल रूद्रप्रयाग में ऑन्कोलॉजी एंड पैलिएटिव केयर ओपीडी एवं हेल्प डेस्क के शुभारंभ अवसर पर प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि कैंसर व असाध्य रोग से ग्रसित रोगियों की देखरेख एवं स्वास्थ्य संबंधी किसी भी प्रकार की दिक्कतें हो तो वह पैलिएटिव केयर ओपीडी में आकर अपनी समस्या हल कर सकते है। यहां एनेस्थीसिया व सपोर्टिंग चिकित्सको के डॉक्टरों की टीम मौजूद रहेगी। जबकि कैंसर स्पेशलिस्ट ऑन्कोलॉजी सर्जन डॉ. अजीत तिवारी हर माह के पहले सोमवार और तीसरे सोमवार को ओपीडी लगायेगे। बेस अस्पताल में पहली ओपीडी सात अक्तूबर से लगेगी। डॉ. रावत ने कहा कि बेस अस्पताल में हर रोग के इलाज के डॉक्टरों की तैनाती से लेकर दवा और संसाधनों की सुविधा में लगातार इजाफा किया जा रहा है।

इस मौके पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने ऑन्कोलॉजी एंड पैलिएटिव केयर ओपीडी की शुरुआत करने पर चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि कैंसर के साथ-साथ असाध्य रोगों से संबंधी मरीजों को बेस अस्पताल में पैलिएटिव केयर की सुविधा मिलने से लाभ मिलेगा। जबकि स्पेशलिस्ट ऑन्कोलॉजी सर्जन की ओपीडी लगने लोगों की कैंसर संबंधी इलाज व जांच पड़ताल संभंव हो पायेगी। शुरुआत में ही पता चलने पर मरीज पूर्ण रूप से ठीक हो जाता है। डॉ. रावत ने कहा कि हेल्प डेस्क में ओपीडी, डॉक्टर, वार्ड, ब्लड़ बैंक, लैब, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, एमआरआई, औषधी कक्ष सहित तमाम जानकारियां लोगों को मिल पायेगी। यहीं नहीं हेल्प डेस्क में अस्पताल में हेल्प लाइन नंबर 18001802778 से भी जानकारी ली जा सकेगी।

इस कार्यक्रम में बेस चिकित्सालय के एमएस डॉ. अजेय विक्रम सिंह ने पैलिएटिव केयर ओपीडी से लेकर हेल्प डेस्क के संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि उक्त सुविधा शुरु होने से मरीजों को इलाज के साथ सहायता भी मिलेगी। जो चारधाम यात्रा के यात्रियों के साथ ही गढ़वाल भर के मरीजों के लिए बेहतर सुविधा होगी। एनेस्थीसिया विभाग के असि. प्रोफेसर डॉ. मोहित को पैलिएटिव केयर ओपीडी का नोडल बनाया गया है। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष सुषमा रावत, मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. केएस बुटोला, नेत्र रोग विभाग के एचओडी डॉ. युसूफ रिजवी, कैंसर विभाग की एचओडी इंदिरा यादव, पैथोलॉजी विभाग की प्रोफेसर डॉ. दीपा हटवाल, ब्लड़ बैंक प्रभारी डॉ. सतीश कुमार, एमएसडब्ल्यू जतिन सिंह, विजय जमलोकी, भवतोश सेमवाल सहित अन्य लोग मौजूद थे। वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अल्ट्रासाउंड कक्ष में पहुंचकर रेडियोलॉजिस्ट डॉ. नुपूर अरोड़ा को तैनाती लेने पर बधाई दी।

क्या होती है पैलिएटिव केयर ओपीडी

कैंसर व असाध्य रोग में रोगियों में तरह-तरह के शारीरिक लक्षण शरीर के किसी भी अंग में बहुत समय से गांठ रहना, शरीर के कसी भी हिस्से में सतत दर्द बने रहना, खून का लगातार रिसाव, पेशाब करने में काफी दिनां की तकलीफ, पेट में बहुत दिनो का दर्द, बार-बार बेसुधी, लम्बे समय से थकान रहना, भोजन निगलने में परेशानी, नींद व भूख की लगातार कमी, लगातार सांस फूलना की दिक्कत आदि होना है। जिससे उनकी मानसिक परेशानियां भी बढ़ने लगती है। ऐसे में कैंसर व असाध्य रोग के मरीजों को पैलिएटिव केयर एक सबसे अच्छा केन्द्र होता है जहां मरीजों की काउंसलिंग, मानसिक स्वास्थ्य, भावनात्मक मजबूती, आध्यात्मिक शक्ति व दर्द को कम कर सकारात्मक रखने में मदद मिलती है। जिससे कि असाध्य रोगी की इम्यूनिटी बढ़ने के साथ जीवन प्रत्याशा भी बढ़ जाती है।

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