देश भर में ऑक्सीजन की किल्लत पर पीएम मोदी ने कहा कि ऑक्सीजन प्रोडक्शन और सप्लाई को बढ़ाने के लिए भी कई स्तरों पर उपाय किए जा रहे हैं। राज्यों में नए ऑक्सीजन प्लांट्स हों, एक लाख नए सिलेंडर पहुंचाने हों, औद्योगिक इकाइयों में इस्तेमाल हो रही ऑक्सीजन का मेडिकल इस्तेमाल हो, ऑक्सीजन रेल हो, हर प्रयास किया जा रहा है।
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया है। उन्होंने लोगों से धैर्य रखे और कोरोना को लेकर जरूरी दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील की। देश में लॉकडाउन लगाए जाने की अटकलों को खारिज करते हुए पीएम मोदी ने साफ किया कि आज की स्थिति में हमें देश को लॉकडाउन से बचाना है। मैं राज्यों से भी अनुरोध करूंगा कि वो लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें। लॉकडाउन से बचने की भरपूर कोशिश करनी है। हमें माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर ही ध्यान केंद्रित करना है।
पीएम मोदी ने लोगों से धैर्य न खोने की अपील की। उन्होंने कहा, कठिन से कठिन समय में भी हमें धैर्य नहीं खोना चाहिए। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए हम सही निर्णय लें, सही दिशा में प्रयास करें तभी विजय हासिल कर सकते हैं। इसी मंत्र को लेकर आज देश दिन-रात काम कर रहा है।
आज की स्थिति में हमें देश को लॉकडाउन से बचाना है।
मैं राज्यों से भी अनुरोध करूंगा कि वो लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें।
लॉकडाउन से बचने की भरपूर कोशिश करनी है।
और माइक्रो कन्टेनमेंट जोन पर ही ध्यान केंद्रित करना है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) April 20, 2021
देश भर में ऑक्सीजन की किल्लत पर पीएम मोदी ने कहा कि ऑक्सीजन प्रोडक्शन और सप्लाई को बढ़ाने के लिए भी कई स्तरों पर उपाय किए जा रहे हैं। राज्यों में नए ऑक्सीजन प्लांट्स हों, एक लाख नए सिलेंडर पहुंचाने हों, औद्योगिक इकाइयों में इस्तेमाल हो रही ऑक्सीजन का मेडिकल इस्तेमाल हो, ऑक्सीजन रेल हो, हर प्रयास किया जा रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश एक बड़ी चुनौती से गुजर रहा है। जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति अपनी सहानुभूति प्रकट करता हूं। प्रधानमंत्री कोरोना वॉरियर्स के अथक प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस बार कोरोना संकट के कारण देश के अनेक हिस्से में ऑक्सीजन की मांग बढ़ी है। इस विषय में तेजी से काम किया जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकारों और प्राइव सेक्टर, सभी का मकसद है कि हर जरूरतमंद को ऑक्सीजन मिले। इस बार जैसे ही कोरोना के केस बढ़े, देश के फार्मा सेक्टर ने दवाइयों का उत्पादन और बढ़ा दिया है। आज जनवरी-फरवरी की तुलना में देश में कई गुना ज्यादा दवाइयों का प्रोडक्शन हो रहा है। कल भी दवा निर्माता कंपनियों के साथ बातचीत हुई है। प्रॉडक्शन बढ़ाने के लिए हर स्तर पर कदम उठाए जा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने का काम भी तेजी से चल रहा है। कुछ शहरों में विशेष और विशाल कोविड अस्पताल बनाए जा रहे हैं।
पीएम मोदी का पूरा संबोधन यहां सुनें…
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प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साल जब बहुत कम कोरोना वायरस का प्रकोप सामने आया था, उसी समय से वैज्ञानिकों ने वैक्सीन बनाने के प्रयास शुरू कर दिए थे। आज दुनिया की सबसे सस्ती वैक्सीन भारत के पास है। टीकाकरण के पहले चरण से ही गति के साथ ही इस बात पर जोर दिया गया कि ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रों तक, जरूरतमंद लोगों तक वैक्सीन पहुंचे। दुनिया में सबसे तेजी से भारत में पहले 10 करोड़, फिर 11 करोड़ और अब 12 करोड़ वैक्सीन डोज दी गई है। टीकाकरण अभियान से कोरोना वॉरियर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स, बुजुर्गों को टीका लग चुका है। कल ही एक और फैसला किया है। 1 मई से 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को टीका लगेगा। भारत में जो भी वैक्सीन बनेगी, उसका आधा हिस्सा सीधे राज्यों और अस्पतालों को मिलेगा।
उन्होंने कहा, पहले की तरह ही सरकार अस्पतालों में मुफ्त वैक्सीन मिलती रहेगी। इसका फायदा गरीब और मध्यम आमदनी वाले परिवारों को होगा। हमारा प्रयास है कि कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकते हुए आजीविका के साधन बाधित नहीं हों। केंद्र और राज्यों की सरकारों की मदद से श्रमिकों को भी वैक्सीन दी जाएगी। हमारी राज्य सरकारों से अपील है कि वो श्रमिकों में भरोसा जगाएं।
उन्होंने कहा, पिछली बार की परिस्थितियां आज से काफी भिन्न थी। तब हमारे पास कोरोना से लड़ने के लिए पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं था। कोरोना टेस्ट के लिए लैब नहीं, पीपीई किट नहीं, कई और भी चीजें नहीं। आज हमारे पास बड़ी मात्रा में पीपीई कीट्स हैं, लैब्स हैं, टेस्टिंग की कैपिसिटी भी बढ़ा रहे हैं। मुझे विश्वास है कि जनभागीदारी की ताकत से हम कोरोना के इस तूफान से भी लड़ पाएंगे। समाज के पुरुषार्थ और सेवा के संकल्प से ही हम ये लड़ाई जीत सकते हैं। हमारी युवा साथियों से अनुरोध है कि वो छोटी-छोटी कमीटियां बनाकर मोहल्लों में कोविड प्रॉटोकॉल का पालन करवाने में मदद करें।
पीएम मोदी ने कहा कि दवाई भी, कड़ाई भी- इस मंत्र को कभी भूलना नहीं है। वैक्सीन के बाद भी यह मंत्र जरूरी है। पीएम मोदी ने कहा कि अपने बाल मित्रों से एक बात विशेष तौर पर कहना चाहता हूं। मेरे बाल मित्र, घर में ऐसा माहौल बनाइए कि बिना काम, बिना उद्देश्य कोई घर से बाहर नहीं निकले। आपकी जीत, आपके प्रयास बड़ा प्रभाव छोड़ सकते हैं।
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