डॉ. जोशी अभी तक आयोग के सदस्य थे। छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष रहे जोशी मई 2015 में यूपीएससी के सदस्य बने थे। यूपीएससी के अध्यक्ष के तौर पर जोशी का कार्यकाल 12 मई 2021 तक होगा।
उत्तराखंड के इतिहास में यह संभवतः सबसे चमकदार दौर है। पहाड़ के सपूत एक के बाद एक शीर्ष पदों पर पहुंचकर उत्तराखंड को गौरवान्वित कर रहे हैं। इस कड़ी में ताजा नाम है, शिक्षाविद् डॉ. पीके जोशी का। उन्हें संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) का नया चेयरमैन बनाया गया है। डा. जोशी अल्मोड़ा के जोशीखोला के मूल निवासी हैं।
डॉ. जोशी अभी तक आयोग के सदस्य थे। छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष रहे जोशी मई 2015 में यूपीएससी के सदस्य बने थे। यूपीएससी के अध्यक्ष के तौर पर जोशी का कार्यकाल 12 मई 2021 तक होगा।
प्रो. जोशी ने केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय (अब शिक्षा मंत्रालय) के तहत आने वाले नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजूकेशन प्लानिंग एंड एडमिनिसट्रेशन (एनआईईपीए) के निदेशक के तौर पर भी अपनी सेवाएं दी हैं। अब इस पद को निदेशक के बदलकर वाइस चांसलर कर दिया गया है और एनआईईपीए को भी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ एजूकेशन प्लानिंग एंड एडमिनिसट्रेशन यानी एनयूईपीए कर दिया गया है। प्रोफेसर जोशी ने कॉमर्स से 1977 में अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी की। इसके बाद उन्होंने कानपुर विश्वविद्यालय से 1981 में पीएचडी किया। वह 28 साल से शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रही हैं।
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