चारधाम की यात्रा शुरू होते ही राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने पवित्र केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के दर्शन किए। उन्होंने यहां पहुंचकर भगवान से देश के सभी लोगों की सुख समृद्धि की कामना की।
इस अवसर पर उन्होंने केदारनाथ मंदिर में विशेष रुद्राभिषेक कर पूजा-अर्चना की तथा संपूर्ण विश्व, मानवता एवं उत्तराखंड के सतत विकास के लिए बाबा से आशीर्वाद मांगा। केदारनाथ पहुंचने पर जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार और पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने वीआईपी हैलीपैड पर पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। इसके पश्चात राज्यपाल ने ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों, सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों से भेंट कर उनका मनोबल बढ़ाया और तत्पर सेवाभाव के लिए उनकी सराहना की।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने तीर्थ पुरोहित समाज से भी भेंट की, जिनके द्वारा पारंपरिक मंत्रोच्चारण के साथ उनका स्वागत किया गया। उन्होंने इस अवसर को अत्यंत भावुक और आध्यात्मिक बताते हुए पुरोहित समाज के योगदान को सराहा। बाबा केदारनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक के दौरान राज्यपाल ने शांतिपूर्ण विश्व, जनकल्याण, उत्तराखंड की प्रगति और मानवता की भलाई के लिए विशेष प्रार्थना की। पूजा संपन्न होने के बाद उन्होंने मंदिर प्रांगण में एकत्र श्रद्धालुओं का अभिवादन किया और ‘बोलो बाबा केदारनाथ की जय’ के जयकारों से वातावरण को भक्तिमय कर दिया। श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा, ‘शिवभक्त से बड़ा इस संसार में कोई नहीं है। केदारघाटी के कण-कण में भगवान शिव का वास है। यहां के पर्वतों में भगवान शिव की छवि स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर होती है। इस दिव्य भूमि पर कदम रखते ही मन ध्यानमग्न हो जाता है।’
जिला प्रशासन की सराहना
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने इस अवसर पर केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण और विकास कार्यों का भी स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार ने राज्यपाल को बताया कि केदारनाथ में चल रहे अधिकांश पुनर्निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने संगम घाट, संगम ब्रिज, सरस्वती ब्रिज एवं अन्य पुनर्निर्माण कार्यों के पूर्ण होने के साथ साथ यात्रा प्रबंधन, विशेषकर इस वर्ष प्रारंभ की गई टोकन व्यवस्था को लेकर सम्पूर्ण प्रशासनिक टीम को बधाई दी। उन्होंने जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के नेतृत्व में लगातार 3 वर्षों से केदारनाथ यात्रा के लिए किए जा रहे सकारात्मक प्रयासों की सराहना की और कहा कि पिछले तीन वर्षों की यात्रा व्यवस्था एवं प्रबंधन में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने जिला प्रशासन पर विश्वास जताते हुए कहा कि वर्तमान में जो भी पुनर्निर्माण कार्य शेष हैं उन्हें भी समयबद्ध तरीके से पूर्ण कर लिया जाए।
राज्यपाल को यह भी अवगत कराया गया कि तीर्थ पुरोहितों के लिए बनाए जा रहे भवनों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है तथा भूमि एवं भवनों आवंटन जैसे मुद्दों का निराकरण कर लिया गया है। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने मंदिर समिति, तीर्थ पुरोहितों एवं जिला प्रशासन की इस समन्वित पहल के लिए जिला प्रशासन की सराहना की। राज्यपाल ने यात्रा मार्ग पर चिकित्सा व्यावस्थाओं, सुरक्षा एवं अन्य जनसुविधाओं की सराहना करते हुए जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और मंदिर समिति के प्रयासों की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो, इसके लिए सभी पूरी निष्ठा से सेवा करें। जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया कि प्रशासन और पुलिस दोनों पूरी मुस्तैदी के साथ कार्य कर रहे हैं तथा किसी भी श्रद्धालु को यात्रा के दौरान असुविधा न हो, इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
देश और राज्य की सुख समृद्धि की प्रार्थना
इसके बाद राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने बदरीनाथ धाम का दौरा किया। उन्होंने भगवान बदरी विशाल के दर्शन कर विशेष पूजा अर्चना की। यहां उन्होंने देश और राज्य की सुख समृद्धि की प्रार्थना की। राज्यपाल ने करीब 1 घंटे का समय धाम में व्यतीत किया। यहां जिलाधिकारी संदीप तिवारी और पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने राज्यपाल का स्वागत किया। राज्यपाल को पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। जिसके बाद कार से राज्यपाल बद्रीनाथ मंदिर पहुंचे। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने जिलाधिकारी संदीप तिवारी से धाम में चल रहे मास्टर प्लान की जानकारी ली। उन्होंने सिविक एनीमिटी सेंटर, सिविक कम्युनिटी सेंटर, अराइवल प्लाजा की प्रगति पर संतोष जताया जिलाधिकारी ने जानकारी दी कि टूरिस्ट मैनेजमेंट सेंटर और आईएसबीटी का कार्य पूर्ण हो गया है। राज्यपाल ने शेष नेत्र और बद्रीश झील का कार्य पूर्ण होने पर निर्देश दिए साथ ही दोनों लेक की सफाई व्यवस्था सुचारू रखी जाये और आस्था पथ पर जितना लाइट इत्यादि का कार्य है उसे मेंटेन रखा जाए। इसके अलावा हॉस्पिटल बिल्डिंग को अगस्त तक पूर्ण करके मुख्य चिकित्सा अधिकारी को हस्तांतरित करने के निर्देश दिए ताकि श्रद्धालुओं को अच्छी चिकित्सा सुविधा मिल सके।
माणा क्षेत्र के लिए दिया योजना तैयार करने के निर्देश
राज्यपाल ने जिलाधिकारी से सीमांत क्षेत्र माणा में होने वाले विकास कार्यों का नियमित अनुश्रवण करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि वाघा बॉर्डर और गुजरात की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चल रहे कार्यों का अवलोकन करें और उसी तर्ज पर माणा क्षेत्र के लिए भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की योजना तैयार करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त राज्यपाल ने चारधाम व्यवस्थाओं पर जिला प्रशासन की प्रशंसा की और यह भी कहा कि यहां पर पुलिस प्रशासन और मंदिर समिति का एक अच्छा समन्वय देखने को मिला साथ ही उन्होंने इस कार्य में लगे सभी मंदिर समिति के सदस्य, पंडा, पुरोहित, पुलिस फोर्स और प्रशासन के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को बधाई दी और पूरी यात्रा के लिए सभी को निर्देशित किया कि इसी तरह कार्य करते रहें । राज्यपाल ने कहा कि यहां पर उन्हें बहुत ही दिव्य अनुभव हुआ है सभी के चेहरे में एक अलग ही प्रसन्नता देखने को मिल रही है जिससे कि वे अभिभूत हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वे दोबारा यहां आना चाहेंगे और और जिला प्रशासन से यह भी कहा कि आगे भी इसी तरह व्यवस्थाओं को सुचारू रखा जाए।
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