गलवान घाटी में चीन की धोखाधड़ी के बाद पिछले तीन महीनों में दोनों देशों के बीच विश्वास में काफी कमी आई है। खबरें हैं कि चीन कुछ इलाकों में अब भी डटा हुआ है। ऐसे में भारत ने भी बॉर्डर पर पूरी तैयारी कर ली है। कई तरह के युद्धक विमान और साजोसामान भेजे गए हैं। इस बीच उत्तराखंड सरकार ने केंद्र को बड़ा प्रस्ताव भेजा है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेजकर चीन सीमा के पास राज्य में 3 हवाई पट्टियां बनाने का अनुरोध किया है। सीएम ने भारतीय वायुसेना से राज्य में सीमा से लगे इलाकों में कम से कम तीन आधुनिक लैंडिंग ग्राउंड्स तैयार करने का आग्रह किया है, जिससे जरूरत पड़ने पर सीमाई क्षेत्रों में सशस्त्र बलों के जवानों और सामग्रियों को लाने-ले जाने में आसानी हो।
इन तीन जिलों के लिए प्रस्ताव
प्रस्ताव में उत्तराखंड सरकार ने कहा है कि भारतीय वायुसेना को चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में हवाई पट्टियां तैयार करनी चाहिए, जो दोनों सैन्य और नागरिक उद्देश्यों के लिए हों। यह प्रस्ताव ऐसे समय में आया है जब चीन के साथ बॉर्डर टेंशन के बावजूद भारत वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण करने में जुटा है।
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सीएम रावत बोले, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से अहम
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया, ‘उत्तराखंड एक बॉर्डर स्टेट है, तीन हवाई पट्टियां राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। राज्य में हम भी जरूरत के हिसाब से इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं।’
आपदा, पर्यटन में भी होगा फायदा
उन्होंने आगे कहा कि एयरस्ट्रिप होने से आपदा के समय और सामान्य दिनों में पर्यटन को बढ़ावा देने में भी काफी मदद मिल सकती है। सीएम रावत ने बताया कि निवासियों को भुगतान होने के बाद राज्य सरकार पिथौरागढ़ हवाई पट्टी के पास के घरों को हटाने का काम कर रही है। इसी प्रकार से चिन्यालीसौड एयरस्ट्रिप को भी पूरा करने के लिए तेजी से काम हो रहा है।
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अल्मोड़ा के चौखुटिया में एयरफील्ड का भी अनुरोध
उन्होंने कहा कि केंद्र से अनुरोध किया है कि वह अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया में एक नया एयरफील्ड बनाए जो पर्यटन के साथ ही सेना के लिए काफी महत्वपूर्ण हो सकता है। आपको बता दें कि भारतीय वायुसेना और भारतीय सेना ने कुछ साल पहले एक संयुक्त टीम भेजी थी। टीम ने अपने आकलन में पाया कि अगर उत्तरकाशी में चिन्यालीसौड हवाईपट्टी बनती है तो वहां सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस और एंटोनोव 32 जैसे सेना के बड़े एयरक्राफ्ट भी उतर सकते हैं। इसके बाद वहां हवाईपट्टी तैयार की गई।
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