अपने इस्तीफे में डॉ. निधि उनियाल का कहना है कि वह एक क्वालीफाइड डॉक्टर हैं और देश के कई प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज में रह चुकी हैं। स्वास्थ्य सचिव के स्तर पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया है, इसलिए वह अपनी एसोसिएट प्रोफेसर की पोस्ट से इस्तीफा दे रही हैं। उनकी अपील है इस संबंध में संबंधित सचिव के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए।
उत्तराखंड में ब्यूरोक्रेसी की हनक का क्या हाल है, इसका नमूना एक बार फिर देखने को मिला है। दून अस्पताल की एक वरिष्ठ महिला डॉक्टर का तबदला आनन-फानन में देहरादून से अल्मोड़ा कर दिया गया। कारण यह था कि स्वास्थ्य सचिव की पत्नी को घर पर उपचार दिए जाने के दौरान कुछ विवाद हो गया था। इस पर स्वास्थ्य सचिव की पत्नी ने कथित तौर पर उनके लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, जिसका विरोध करते हुए महिला डॉक्टर उनके घर से लौट गईं। इसके बाद उनका तबादला कर दिया गया। इस तबादले को पूर्वाग्रह से ग्रसित बताते हुए वरिष्ठ फिजिशियन ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफे की प्रति मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, दून और अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को भी भेजी है। इस घटना से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
स्वास्थ्य सचिव डा. पंकज कुमार पांडेय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि सोबन सिंह जीना राजकीय अस्पताल एवं शोध संस्थान, अल्मोड़ा में वर्तमान शैक्षणिक सत्र में एमबीबीएस पाठ्यक्रम शुरू किए जाने के संबंध में एनएमसी से प्राप्त एलओपी के क्रम में मेडिकल कॉलेज एवं बेस चिकित्सालय के सुचारु संचालन के लिए डा. निधि उनियाल एसोसिएट प्रोफेसर मेडिसिन विभाग, राजकीय दून कॉलेज, देहरा दून को राज्यहित/कार्यहित में अग्रिम आदेशों तक सोबन सिंह जीना राजकीय आर्युविज्ञान एवं शोध संस्थान, अल्मोड़ा से संबद्ध किया जाता है। यह पत्र 31 मार्च को जारी हुआ है।
इसके बाद डा. निधि उनियाल ने शाम 5 बजे अपना इस्तीफा दे दिया। स्वास्थ्य सचिव को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि मैं राजकीय दून मेडिकल कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर के तौर पर कार्यरत हूं। मुझे स्वास्थ्य सचिव डॉ. पंकज पांडेय की बीमार पत्नी की जांच करने उनके घर जाने के लिए कहा गया। स्वास्थ्य सचिव का सम्मान करते हुए मैं अस्पताल के दो कर्मचारियों के साथ उनके घर गई। जबकि मेरी ओपीडी चल रही थी और अस्पताल में कई मरीज इंतजार कर रहे थे। मैं स्वास्थ्य सचिव की पत्नी की जांच की, चूंकि बीपी मशीन गाड़ी में रह गई थी और उसके आने में कुछ समय लग गया तो इस पर स्वास्थ्य सचिव की पत्नी ने उनके लिए अभद्र शब्दों को इस्तेमाल किया। मैंने इसका विरोध किया और वहां से चली आई। मेरे लौटने पर मुझे स्वास्थ्य सचिव पांडेय की पत्नी से माफी मांगने के लिए कहा गया। चूंकि मेरी गलती नहीं थी, मैंने माफी मांगने से इनकार कर दिया।
इस्तीफे में डॉ. निधि उनियाल का कहना है कि वह एक क्वालीफाइड डॉक्टर हैं और देश के कई प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज में रह चुकी हैं। स्वास्थ्य सचिव के स्तर पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया है, इसलिए वह अपनी एसोसिएट प्रोफेसर की पोस्ट से इस्तीफा दे रही हैं। उनकी अपील है इस संबंध में संबंधित सचिव के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए।
इस घटना पर सचिव स्वास्थ्य डॉ. पंकज कुमार पांडेय की ओर से मीडिया को कहा गया है कि डा. निधि उनियाल की ओर से लगाए गए आरोप पूरी तरह झूठे हैं। राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा में एसोसिएट प्रोफेसर की जरूरत थी। विभागीय प्रक्रिया के तहत ही उनका तबादला अल्मोड़ा किया गया।
डा. निधि उनियाल के पति हिमांशु बडोनी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे प्रोजेक्ट के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर हैं।
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