पतंजलि की कोरोना की दवा पर विवाद, बाबा रामदेव बोले- कुछ लोगों को मिर्ची लगी, हमने सब ट्रायल किए

पतंजलि की कोरोना की दवा पर विवाद, बाबा रामदेव बोले- कुछ लोगों को मिर्ची लगी, हमने सब ट्रायल किए

पतंजलि की कोरोनिल दवा पर पैदा हुए विवाद पर आज योग गुरु बाबा रामदेव ने आलोचकों को करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय को हमने सब कागज दे दिए हैं लेकिन सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि 7 दिन में जेल में चला जाऊंगा….

पतंजलि की कोरोना की दवा पर पैदा हुए विवाद को लेकर आज योग गुरु बाबा रामदेव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हर आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कोरोना किट को मीडिया के सामने एक बार फिर सामने रखते हुए कहा कि पिछले एक सप्ताह से कुछ लोगों ने बवंडर मचा रखा है। पलटी मारी है… पतंजलि ने यूटर्न लिया..पतंजलि ने कोई अनुसंधान नहीं किया… पतंजलि फेल हुआ…. कुछ लोगों ने तो स्वामी रामदेव की जाति, धर्म, संन्यास को लेकर, अलग-अलग प्रकार से बहुत गंदा वातावरण बनाने की कोशिश की। ऐसे लगता है कि देश में मानो योग, आयुर्वेद का काम करना गुनाह हो और सैकड़ों जगह एफआईआर दर्ज हो गई।

उन्होंने कहा कि जैसे किसी आतंकी या देशद्रोही के खिलाफ एफआईआर दर्ज होती है, वैसा कर दिया गया। सोशल मीडिया पर तो लोग लिखने लिखे कि स्वामी रामदेव सात दिनों के बाद जेल जाने वाले हैं। लोगों ने सोशल मीडिया पर तस्वीर बनाकर मुझे सलाखों के पीछे दिखा दिया।

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बाबा रामदेव ने कहा कि मैं और आचार्य बालकृष्ण 35 वर्षों से, हम लोग देश और दुनिया के सामने अपनी सेवाएं कर रहे हैं और एक सामान्य जमींदार के घर में पैदा होकर एक सामान्य परिवार के घर पैदा होकर, पूज्य आचार्य बालकृष्ण एक चौकीदारी, स्वामी रामदेव जमींदारी करने वाले एक अनपढ़ मां-बाप के घर जन्म लेकर यहां तक आए…. क्या किया? योग और आयुर्वेद का यश बढ़ाया। अब कुछ लोगों को योग और भारतीय संस्कृति के उत्कर्ष से मिर्ची लगती है, जो ठीक बात नहीं है। आपको आपत्ति है रामदेव से तो खूब गाली दो। आपको आचार्य बालकृष्ण से आपत्ति है तो खूब निंदा करो लेकिन उनके प्रति हमदर्दी रखो जो कोरोना से पीड़ित हैं। जो तमाम रोगों से पीड़ित हैं ऐसे करोड़ों लोगों को पतंजलि ने जीवन दिया है।

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बाबा रामदेव ने कहा कि आयुष मंत्रालय ने ये कहा है कि पतंजलि ने कोविड-19 के मैनेजमेंट के लिए उचित कार्य किया है यानी एक अच्छी पहल की है और कोरोना से तड़पती इस मानवता के लिए पतंजलि ने सही दिशा में काम करना शुरू किया। मैं नहीं कहता कि सत्कार कीजिए लेकिन तिरस्कार मत कीजिए।

उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय ने कहा है कि पतंजलि ने जून में कोरोना के संदर्भ में क्लिनिकल ट्रायल किया, उसमें तीन दिन में 69 प्रतिशत, 7 दिन में 100 प्रतिशत मरीज निगेटिव हो गए। उसका पूरा डेटा हमने आयुष मंत्रालय को दे दिया। जो अप्रूवल लेने थे, वो हमने आयुष मंत्रालय से ले लिए। इस पूरे ट्रायल में देखा गया कि सबसे बड़ा खतरा यह है कि कोरोना हमारे फेफड़े को जकड़ लेता है।

उन्होंने मीडिया के सामने बताया कि कैसे कोरोना शरीर में घुसने के बाद अपने जैसे हजारों कोरोना तैयार कर लेता है। इस दौरान उन्होंने मेडिकल कागजात, नाम और तरीके भी बताए, जिसके आधार पर पतंजलि ने रिसर्च की है।

उन्होंने कहा कि हमने ट्रायल के दौरान पूरा डॉक्यूमेंटेशन किया है। जो कोई भी देखना चाहे, हमने सब कागज आयुष मंत्रालय को दे दिया है। उन्होंने कहा कि क्या सिर्फ कोट-टाई वाले ही रिसर्च करेंगे। रामदेव ने कहा कि यह अनुसंधान आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि सभी ड्रग माफिया बेनकाब होंगे।

उन्होंने कहा कि हमने दवा का लाइसेंस लिया है। आयुर्वेदिक औषधि का रजिस्ट्रेशन उसके परंपरागत गुणों के आधार पर होता है। क्लिनिकल ट्रायल आयुर्वेद तय नहीं करता है। मॉडर्न मेडिकल साइंसेज ने जो पैरामीटर बना रखे हैं, हमने उसके आधार पर लाइसेंस लिया।

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