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देहरादून के जिलाधिकारी ने अधिकारियों के साथ बैठक की इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि देहरादून शहर में कोई बच्चा भिक्षावृति करता न दिखे इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाएं। भिक्षावृति एवं बाल मजदूरी करते बच्चों को रेस्क्यू कर मुख्य धारा और शिक्षा के सर्वागीण विकास से जोड़े।
READ MOREउत्तराखंड में सरकारी नौकरी की राह देख रहे युवाओं के लिए खुशखबरी है। सरकार 11 विभागों में रिक्त समूह ग के 4405 पदों पर इसी माह भर्ती प्रक्रिया शुरू करने जा रही है।
READ MOREअनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय शक्तियां हमारे सनातन धर्म पर आघात कर रही हैं। भारतीय संस्कृति और परंपराओं पर चोट पहुंचाने का प्रयास हो रहा है। ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए हम सभी सनातनियों को एक जुट होकर कार्य करना होगा।
READ MOREदेश के पर्यावरण को संरक्षित करने में हिमालय की अहम भूमिका है। अगर हिमालय नहीं बचेगा तो जीवन नहीं बचेगा क्योंकि हिमालय न सिर्फ प्राण वायु देता है, बल्कि पर्यावरण को संरक्षित करने और जैव विविधता को बरकरार रखने में भी अहम भूमिका निभाता है।
READ MOREउत्तराखंड के प्रवासियों द्वारा वर्ष 1981 में गठित सांस्कृतिक संस्था ‘दि हाई हिलर्स ग्रुप’ तथा विगत बाइस वर्ष पूर्व गठित ’प्रज्ञा आर्ट्स थिएटर ग्रुप, दिल्ली’ द्वारा 6 सितंबर की सायं मंडी हाउस स्थित एलटीजी सभागार में गढ़वाली, कुमाऊनी एवं जौनसारी अकादमी दिल्ली सरकार के संयुक्त तत्वावधान में, लक्ष्मी रावत द्वारा आलेखित और निर्देशित उत्तराखंडी बोली-भाषा के हास्य नाटक ’ल्यावा बणिगे हमरि बि फिलम’ का मंचन करीब चालीस कलाकारों की हाड़तोड़ मेहनत के बल खचाखच भरे सभागार में मंचित किया गया।
READ MOREमीडिया प्रभारी बीकेटीसी हरीश गौड़ ने अवगत कराया है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के क्रम में पंचकेदारों में से द्वितीय केदार मद्महेश्वर धाम को विकसित किया जाएगा।
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साथ ही कलश द्वारा निरंतर किए जा रहे कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन सामाजिक कार्यकर्ता अशोक चौधरी ने किया। इससे पूर्व अतिथि वर्ग की ओर से स्वामी सच्चिदानंद की प्रतिमा का माल्यार्पण करते हुए दीप प्रज्ज्वलन करते हुए कार्यक्रम शुरू किया गया।
READ MOREइसी दिन सुबह सवा दस सवा दस बजे श्री तुंगनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए दर्शनार्थ खोले जाएंगे। द्वितीय केदार के कपाट खोलने को लेकर बद्री-केदार मंदिर समिति, स्थानीय ग्रामीण एवं हक हकूकधारियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। ताकि शुभलग्नानुसार मंदिर के कपाट खोले जाएंगे।
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