उत्तराखंड में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले तीन जिलों से सामने आए हैं। पहले देहरादून को रेड जोन घोषित किया गया था, अब बाकी दो जिलों को भी इसमें शामिल कर दिया गया है। अब इन तीनों जिलों में सख्ती बढ़ जाएगी। सरकार लगातार लोगों से घरों में रहने के साथ ही सामाजिक दूरी का पालन करने का सुझाव दे रही है।
उत्तराखंड में जैसे-जैसे कोरोना वायरस के सैंपलों की जांच बढ़ रही है, पॉजिटिव मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। देहरादून के बाद प्रदेश के दो और जिलों को रेड जोन घोषित कर दिया गया है। दरअसल, शनिवार को रुड़की में दो लोगों में कोरोना की पुष्टि होने के बाद हरिद्वार को रेड जोन में डाला गया। नैनीताल से भी मामले बढ़ने के बाद उसे रेड जोन घोषित किया गया है। सबसे पहले 20 मरीज मिलने के बाद देहरादून को रेड जोन घोषित किया गया था।
राज्य में अब तक कुल 42 मामले हो गए हैं, जिनमें से 9 लोगों को छुट्टी मिल चुकी है। कोरोना के मामलों के आधार पर प्रदेश को तीन जोन में बांटा गया है। आंकड़ों से साफ है कि ज्यादातर मामले देहरादून, नैनीताल और हरिद्वार जिलों से ही सामने आए हैं। जिलेवार कोरोना मरीजों के आंकड़े देखें तो देहरादून में 20, नैनीताल में 9, हरिद्वार में 7, ऊधमसिंह नगर में 4, अल्मोड़ा में एक, पौड़ी में एक मरीज मिला है। देहरादून में लॉकडाउन 2.0 का पालन कराने के लिए पैरामिलिट्री फोर्स ने मोर्चा संभाल लिया है। देहरादून के सभी प्रमुख प्रवेश मार्गों और मुख्य चौराहों पर पैरामिलिट्री के जवानों ने सख्ती के साथ चेकिंग शुरू कर दी है।
पढ़ें: चमोली की 85 वर्षीय शांति देवी ने पीएम केयर्स फंड में दिया बड़ा दान
अब हरिद्वार और नैनीताल में और भी सख्ती बढ़ेगी। अपर सचिव स्वास्थ्य, युगल किशोर पंत के मुताबिक, कोरोना संक्रमित मामलों के आधार पर उत्तराखंड को तीन जोन में बांटा गया है। अब तक कुल कोरोना वायरस संक्रमित मामलों में से 80 फीसदी मामले देहरादून, नैनीताल और हरिद्वार में सामने आए हैं। इसलिए तीनों जिलों को रेड जोन में शामिल किया गया है। ब ऑरेंज जोन में ऊधमसिंह नगर, पौड़ी और अल्मोड़ा बचे हैं जबकि ग्रीन जोन में बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तकाशी जिले शामिल हैं।
रेड जोन जिले – देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल
असर – किसी भी तरह की रियायत नहीं मिलेगी। लॉकडाउन दो में सख्ती बरती जाएगी।
ऑरेंज जोन जिले – ऊधम सिंह नगर, पौड़ी और अल्मोड़ा।
असर – 20 अप्रैल तक इन जिलों में ऐसी ही स्थिति बनी रहती है इन जिलों में कुछ गतिविधियों में आंशिक छूट दी जा सकती है।
ग्रीन जोन जिले – बागेश्वर, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी, चंपावत और पिथौरागढ़।
असर – इन जिलों में ऐसी ही स्थिति बनी रहती है तो आगे यहां कई तरह की गतिविधियों में छूट दी जा सकती है।
जानिए 3 मई तक आपको क्या-क्या करना है
गृह मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे सभी सार्वजनिक स्थलों और वर्क प्लेसेज पर फेस मास्क जरूर पहनें। सोशल डिस्टैंसिंग का पालन किया जाए। पांच से अधिक लोग सार्वजनिक स्थानों पर जमा न हों। सार्वजनिक स्थानों पर थूकें नहीं और शराब, गुटखा की बिक्री को सख्ती से प्रतिबंधित किया जाए। कार्यस्थलों पर टेंपरेचर स्क्रीनिंग की जाए और सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया जाए। बुजुर्ग और रोगग्रस्त व्यक्ति तथा छोटे बच्चों के माता-पिता को घर से कार्य करने को प्रोत्साहित किया जाए। प्राइवेट और सरकारी, दोनों क्षेत्रों के कर्मचारियों के लिए आरोग्य सेतु एप के प्रयोग को बढ़ावा दिया जाए।
उधर, प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कोरोना महामारी के इस वैश्विक संकट से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बताई सात बातों को लेकर एक वीडियो शेयर किया है। उन्होंने लिखा है कि मिलकर हमें कोरोना को हराना है।
https://www.facebook.com/tsrawatbjp/videos/234626331119081/
1 comment
1 Comment
उत्तराखंड में राहत का रविवार, कोरोना का नया केस नहीं आया सामने - Hill-Mail | हिल-मेल
April 19, 2020, 7:50 pm[…] […]
REPLY