हाल ही में संपन्न निकाय चुनाव में नरेंद्र शर्मा ने भाजपा से बगावत करते हुए नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ा था। नरेंद्र शर्मा का दावा है कि हमलावर ने किसी के इशारे पर हमला किया है और इसके पीछे राजनीतिक रंजिश है। वहीं मामले में कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक मनोज नयाल का कहना है कि तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि आरोप सही पाए गए तो आरोपी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
निकाय चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उतरे समाजसेवी नरेंद्र शर्मा पर मंगलवार की सुबह जानलेवा हमला हुआ है। उन्होंने इस हमले के पीछे गहरी साजिश का आरोप लगाया है और सीधे तौर पर अपने विरोधियों को जिम्मेदार ठहराया है। घटना के बाद पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है।
समाजसेवी नरेंद्र शर्मा ने बताया कि मंगलवार सुबह वो रोजाना की तरह अपनी पत्नी को रामनगर के टेढ़ा गांव स्थित स्कूल छोड़ने के बाद वापस लौट रहे थे। तभी रास्ते में एक युवक ने उनकी गाड़ी को जबरन रोक लिया। युवक की पहचान बबलू सैनी के रूप में हुई है। नरेंद्र शर्मा का आरोप है कि बबलू ने पहले तो गाली-गलौज की फिर अचानक मारपीट शुरू कर दी। नरेंद्र शर्मा ने कहा कि आरोपी ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। नरेंद्र शर्मा ने आगे कहा कि आरोपी से मारपीट का कारण पूछने पर उसने कुछ नहीं बताया। कहा कि चुनाव में भाजपा प्रत्याशी की हार के बाद से ही मुझे धमकियां मिल रही हैं। मुझे और मेरे परिवार को जान का खतरा है। पीड़ित नरेंद्र शर्मा ने रामनगर कोतवाली पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी दी और आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक बबलू सैनी को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वह कोतवाली से नहीं जाएंगे। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि यह हमला एक सोची-समझी साजिश के तहत किया गया है।
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