मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही पौधे कम लगाए जाएं परंतु जितने भी लगाए जाएं उनको जीवित रखने का हरसंभव प्रयास किया जाना चाहिए। इसके लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को इससे जुड़ना होगा।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरेला पर्व के अवसर पर देहरादून के रायपुर के अस्थल में उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोकगायक स्वर्गीय जीत सिंह नेगी जी की पुण्य स्मृति में पौधा लगा कर स्मृति वन का उद्घाटन किया। प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने सभी से अनुरोध किया कि वे अपने दिवंगत परिजनों और मित्रों की स्मृति एवं किसी भी शुभअवसर पर एक पौधा अवश्य लगाएं। उन्होंने कहा कि हमें न केवल पौधे लगाने हैं बल्कि इनकी उचित देखभाल भी सुनिश्चित करनी है।
मुख्यमंत्री ने धाद संस्था को उत्तराखंड से संबंधित ऐसे लोगों की याद में स्मृति वन लगाने पर बधाई दी, जिन्होंने उत्तराखंड की आंचलिक संस्कृति, बोली भाषाओं के संरक्षण एवं इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि इन वृक्षों को सुरक्षित रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने गांव के प्रधान एवं क्षेत्रवासियों से इन पौधों के संरक्षण के लिए एक-एक, दो-दो पौधे गोद लेने का भी आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही पौधे कम लगाए जाएं परंतु जितने भी लगाए जाएं उनको जीवित रखने का हरसंभव प्रयास किया जाना चाहिए। इसके लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को इससे जुड़ना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जल संरक्षण का संकल्प लिया गया था। उसके बाद हरेला के पर्व के अवसर अल्मोड़ा जिले की कोसी नदी की घाटी में 1 घंटे में 1 लाख 67 हजार पौधे लगाए गए थे। अगले वर्ष उसी नदी के किनारे 2 लाख 67 हजार पौधे लगाए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष हरेला के लिए हमने बहुत बड़ा लक्ष्य रखा था। लेकिन कोरोना महामारी के कारण, सामाजिक दूरी बनाए रखने के कारण यह संभव नहीं हो पाया। फिर भी इस वर्ष देहरादून जिले में 2.75 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था, इसमें लगभग 3.50 लाख पौधे लगाए गए हैं। इसमें 60 हजार से अधिक फलदार पौधे हैं। इसके लिए उन्होंने जिलाधिकारी देहरादून, उनकी टीम एवं वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को भी बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने प्रदेश को हराभरा बनाने के लिए अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक घर में नींबू, अमरूद और पपीता के पौधे अवश्य लगाने जाने चाहिए। यह स्वास्थ्य के लिए काफी लाभप्रद होते हैं।
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जी रये, जागि रये....सोशल डिस्टेंसिंग के साथ अल्मोड़ा के बजेला विद्यालय में मना हरेला महोत्सव - Hill-Mail |
July 16, 2020, 3:47 pm[…] […]
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