बेंगलुरू स्थित मिलिट्री पुलिस कोर के सेंटर एवं स्कूल (CMP C&S) में हुई एक शानदार परेड के बाद 83 लड़कियों का पहला दस्ता भारतीय सेना में शामिल हो गया। सीएमपी सीएंडएस के कमांडेंट ने कसम परेड का निरीक्षण करने के बाद नवोदित महिला सैनिकों को उनकी दमदार ड्रिल और 61 सप्ताह की सघन ट्रेनिंग पूरी करने के लिए बधाई दी।
भारतीय सेना के गौरवशाली इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जुड़ गया है। पहली बार सेना में महिला मिलिट्री पुलिस को शामिल किया गया है। बेंगलुरू स्थित मिलिट्री पुलिस कोर के सेंटर एवं स्कूल (CMP C&S)में हुई एक शानदार परेड के बाद 83 लड़कियों का पहला दस्ता भारतीय सेना में शामिल हो गया। 08 मई को यहां के द्रोणाचार्य परेड ग्राउंड में आयोजित ये समारोह हर लिहाज से ऐतिहासिक था। हालांकि सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इस आयोजन को चर्चाओं से दूर रखा गया।
सीएमपी सीएंडएस के कमांडेंट ने कसम परेड का निरीक्षण करने के बाद नवोदित महिला सैनिकों को उनकी दमदार ड्रिल और 61 सप्ताह की सघन ट्रेनिंग पूरी करने के लिए बधाई दी। इस प्रशिक्षण के दौरान इन महिला सैनिकों को बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण, प्रोवोस्ट प्रशिक्षण दिया गया। इनमें हर तरह की पुलिस ड्यूटी एवं युद्धबंदियों का प्रबंधन, औपचारिक कर्तव्यों और कौशल विकास शामिल है। महिला सैनिकों को सभी तरह के वाहनों एवं सिग्नल उपकरणों को चलाना और उनका रखरखाव करना भी सिखाया गया है।
परेड समीक्षा अधिकारी ने विश्वास व्यक्त किया कि इस प्रशिक्षण ने सभी महिला सैनिकों में कर्तव्य के प्रति समर्पण, धार्मिकता और राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ सेवा जैसे गुणों को उभारा है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान हासिल किए गए मानक उन्हें बेहतर बनाए रखेंगे और देश में विभिन्न इलाकों एवं ऑपरेशनल परिस्थितियों में स्थित नई यूनिट में एक गुणक साबित होने में मदद करेंगे।
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