देर रात करीब नौ बजे मद्महेश्वर मंदिर के ऊपर पहाड़ी से भारी बारिश से तेज पानी का बहाव आया। इससे मुख्य मंदिर के चौक में करीब तीन फीट तक पानी भर गया। मंदिर परिसर में पार्वती और गौरीशंकर मंदिर पानी में डूब गया है।
उत्तराखंड में भले ही अब तक मानसून की बारिश औसत से कम हो रही हो लेकिन पहाड़ी इलाकों में भारी बरसात तबाही मचा रही है। रविवार रात द्वितीय केदार मद्महेश्वर धाम का परिसर पानी और तीन फीट मलबे से भर गया। मंदिर के पुजारी, स्थानीय हकहकूकधारियों एवं कर्मचारियों ने अचानक आई इस आपदा से भागकर जान बचाई।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, धाम में बने उत्तराखंड अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (उरेडा) के पॉवर हाउस को भी नुकसान पहुंचा है। ऊखीमठ के उप जिलाधिकारी वरुण अग्रवाल ने बताया कि देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों से इस बारे में जानकारी ली गई है। मंदिर के कर्मचारी मलबा हटाने में जुटे हैं। समुद्रतल से 11470 फीट के ऊंचाई पर स्थित मद्महेश्वर धाम एक पहाड़ी के तल पर स्थित है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, रविवार को मद्महेश्वर घाटी में भारी बारिश के चलते पैदल मार्ग कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गए। देर रात करीब नौ बजे मद्महेश्वर मंदिर के ऊपर पहाड़ी से भारी बारिश से तेज पानी का बहाव आया। इससे मुख्य मंदिर के चौक में करीब तीन फीट तक पानी भर गया। मंदिर परिसर में पार्वती और गौरीशंकर मंदिर पानी में डूब गया है।
वीडियो स्रोतः बाबा केदार, फेसबुक
मद्महेश्वर मंदिर के पुजारी गंगाधर लिंग ने बताया कि रात करीब नौ बजे भारी बारिश से मंदिर प्रांगण में पानी भर गया वहीं जलमोड़ नाली न होने से पूरा पानी मंदिर में एकत्रित हो रहा है। ग्राम प्रधान गोंडार वीर सिंह के हवाले से दावा किया गया है कि पिछले वर्ष भी मंदिर प्रांगण में करीब तीन फीट पानी भर गया था उसके बावजूद सरकार द्वारा सुरक्षा के कोई भी इंतजाम नहीं किए गए।
1 comment
1 Comment
हरिद्वार में हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड के पास गिरी बिजली, ट्रांसफॉर्मर और दीवार ध्वस्त - Hill-Mail | हिल-मेल
July 21, 2020, 10:52 am[…] […]
REPLY