उत्तरकाशी के राजकीय इंटर कालेज कदम में जब बच्चे एक सप्ताह बाद स्कूल पहुंचे तो उनके विद्यालय के नए भवन में बैठते ही एक के बाद एक लगातार 10 बालिकाएं बेहोश होने लगीं।
स्कूल की नई बिल्डिंग में बैठते ही बेहोश हुईं 10 बालिकाएं
उत्तरकाशी के राजकीय इंटर कालेज कदम में जब बच्चे एक सप्ताह बाद स्कूल पहुंचे तो उनके विद्यालय के नए भवन में बैठते ही एक के बाद एक लगातार 10 बालिकाएं बेहोश होने लगीं।
इससे पहले बुधवार को एक दो बच्चे ही बेहोश हो रहे हुए थे। लेकिन आज स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों की चिंता उस समय एकाएक बढ़ गई, ज़ब एक साथ 10 बालिकाएं कक्षा में बेहोश हो गई।
शिक्षकों, अभिभावकों ने छात्राओं को बाहर निकाला और जैसे ही मैदान में लाया तो वह चीखने चिल्लाने लगी।
प्रत्यक्षदर्शीयों के अनुसार सभी बीमार छात्राओं को उनके अभिभावक देव पश्वा के पास ले गए हैं। अभिभावकों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मांग की वह जल्द से जल्द मामले में संज्ञान लेकर समाधान निकालें।
इससे पहले उत्तराखंड के चंपावत जिले में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। यहां जिला मुख्यालय से 93 किमी दूर स्थित जीआईसी रमक में कुछ छात्राएं एक साथ रोने, चीखने और कक्षाओं से भागने लगी थी। करीब 39 छात्राएं ऐसी हरकतें कर रही हैं।
अभिभावक इसे दैवीय प्रकोप बता रहे थे, जबकि शिक्षा विभाग ने इसे मास हिस्टीरिया बताया।
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