32 झांकियों के बीच प्रतिस्पर्धा थी, इनमें से 17 झांकियों का चयन इस साल राजपथ पर प्रदर्शन के लिए किया गया है। उत्तराखंड की झांकी के अगले हिस्से में राज्य पशु ‘कस्तूरी मृग‘, राज्य पक्षी ‘मोनाल’ एवं राज्य पुष्प ‘ब्रह्मकमल’ तथा पिछले हिस्से में केदारनाथ मंदिर परिसर, भीमशिला और ऋद्धालुओं को दर्शाया गया है।
26 जनवरी को राजपथ पर होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में इस बार केदारनाथ में हुए पुनर्निर्माण कार्यों की झलक दिखाई देगी। उत्तराखंड की ओर से तैयार किए गए झांकी के मॉडल को परेड के चयनित कर लिया गया है। यह राज्य गठन के बाद 12वां अवसर होगा जब उत्तराखंड की झांकी राजपथ पर दिखाई देगी।
राज्य की ओर से प्रदर्शित की जाने वाली झांकी का विषय ‘केदारखंड’ रखा गया है। झांकी के अगले हिस्से में राज्य पशु ‘कस्तूरी मृग‘, राज्य पक्षी ‘मोनाल’ एवं राज्य पुष्प ‘ब्रह्मकमल’ तथा पिछले हिस्से में केदारनाथ मंदिर परिसर, भीमशिला और ऋद्धालुओं को दर्शाया गया है।
सूचना विभाग में संयुक्त निदेशक केएस चौहान के मुताबिक, इससे पहले के वर्षों में राज्य की ओर से 11 झांकियां प्रदर्शित की जा चुकी हैं। झांकियों के चयन की प्रक्रिया काफी कठिन मानी जाती है। छठे दौर की बैठक के बाद राज्य की झांकी का चयन हुआ है। 32 झांकियों के बीच चुनाव की होड़ थी। इनमें से 17 राज्यों को राजपथ पर अपनी झांकी प्रदर्शित करने का अवसर मिला है।
Leave a Comment
Your email address will not be published. Required fields are marked with *