उत्तराखंड की सियासी आबोहवा पिछले 48 घंटों में कई दिशाओं से बह चुकी है। कल उत्तराखंड बीजेपी अध्यक्ष के अटकलों पर विराम लगाने के बाद भी खींचतान में लगे नेता अटकलों को हवा दे रहे हैं। इस बीच, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत आज गैरसैंण पहुंचे हैं।
सियासी हलकों में चल रही तमाम अफवाहों के बीच सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत अपनी सरकार के चार साल पूरे होने को लेकर कार्यक्रमों पर चर्चा कर रहे हैं। चमोली के गैरसैंण में सीएम रावत ने आज भाजपा के जिलाध्यक्षों के साथ बैठक की। इस दौरान सरकार के चार साल पर तमाम आयोजनों को लेकर चर्चा हुई। आपको बता दें कि 18 मार्च को त्रिवेंद्र सरकार के चार साल हो रहे हैं। इस दिन प्रदेश की 70 विधानसभा क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
सरकार और बीजेपी की योजना है कि उपलब्धियों के बारे में जनता को जिलाध्यक्षों के माध्यम से जानकारी पहुंचाई जाए। कल सीएम त्रिवेंद्र अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। गैरसैंण में बनने वाले सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन इम्प्लायमेंट का भी वह उद्घाटन करेंगे।
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उधर, बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक के बाद उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष बंशीधर भगत ने तमाम अटकलों को खारिज कर दिया था, पर सियासदानों में मुख्यमंत्री के विकल्प की अटकलें लगाई जाने लगी हैं। सीएम पद पाने की हसरतों के बीच नेताओं की खींचतान के साथ ही अंदर ही अंदर तमाम समीकरण साधे जा रहे हैं। अगले साल प्रदेश में चुनाव होने हैं। बीजेपी के पर्यवेक्षकों के दल के दौरे के बाद मीडिया में मुख्यमंत्री की रेस में तीन नाम भी उछले हैं।
बताया जा रहा है कि सीएम पद की रेस में केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सतपाल महाराज और सांसद अनिल बलूनी हो सकते हैं। यह सब ऐसे समय में हो रहा है जब एक दिन पहले ही उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष बंशीधर भगत ने साफ कह दिया था कि प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की बातें गलत हैं। उधर, इन सब बातों से बेफिक्र सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार अपने कार्यक्रमों पर फोकस कर रहे हैं।
कोर कमेटी की बैठक को लेकर लग रही कयासबाजी खत्म, बंशीधर भगत बोले- कोई नेतृत्व परिवर्तन नहीं हो रहा
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